इंडिया गठबंधन को बनाए रखने की कोशिशें अब तेज होते दिख रही हैं। एक तरफ, उमर, ममता, केजरीवाल और अखिलेश यादव इससे किनारा करते दिख रहे हैं तो बिहार में आरजेडी भी हमलावर है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या यह गठबंधन बिखर जाएगा। लोकसभा चुनाव के बाद से हो रहे घटनाक्रमों से तो ऐसा ही लगता है कि इंडिया गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है। ममता ने खुद आगे आकर इसकी अगुवाई करने की बात कही है, तो केजरीवाल कांग्रेस को ही इस गठबंधन से बाहर करने की बात कह रहे हैं। बहरहाल अब संजय राउत ने इसके लिए कांग्रेस को ही दोषी ठहराया है।
एक भी बैठक न होना चिंताजनक
इंडिया गठबंधन पर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि लोकसभा चुनाव हम एक साथ लड़े, अच्छे नतीजे भी आए। इसके बाद हम सबकी खास करके कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि इंडिया गठबंधन को जिंदा रखे, एक साथ बैठकर आगे का मार्गदर्शन करे। लेकिन अब तक लोकसभा चुनाव के बाद एक भी बैठक नहीं हुई है और ये ठीक नहीं है। उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं का ये कहना है कि इंडिया गठबंधन का कोई वजूद नहीं रहा। ऐसे में लोगों के मन में अगर भावना आती है तो इसके लिए सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस जिम्मेदार है। समन्वय नहीं है, चर्चा नहीं है तो इसका मतलब गठबंधन में सब ठीक है या नहीं इसे लेकर लोगों के मन में शंका है। अगर एक बार ये गठबंधन टूट गया तो फिर वापस इंडिया गठबंधन नहीं बनेगा।


