दिल्ली में राजनीतिक सरगर्मी पूरी तरह बढ़ चुकी है। कांग्रेस और भाजपा जहां आप पर हमलावर हैं तो आप भी सत्ता में वापसी के प्रयासों में जुटी है। ऐसे में निशाने पर दिल्ली का विकास के दावे और बदहाली ही है। बहरहाल दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी तो 8 फरवरी को नतीजे आएंगे।
कूड़े के ढेर और टूटी हुई सडक़ें याद आएंगी
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल साहब का एक ही खेल था कि लोगों को फ्री में देना। अगर आपका खेल पूरा फ्री का होगा और उसके अलावा कोई काम नहीं करेंगे तो बाकी पार्टियां भी उसे बराबर करेंगी बल्कि उससे बेहतर लाएंगी। कांग्रेस ने तो बहुत वादे लेकर आई है, लेकिन दिल्ली के लोग जिस रोजगार के लिए तड़प रहे हैं, उसके लिए वो केवल कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं। पीएम मोदी चाहे जो भी कहे कि वे अच्छा काम करेंगे तो दिल्ली के लोगों को बीजेपी की एमसीडी याद आती है, कूड़े के ढेर याद आते हैं, टूटी हुई सडक़ें याद आती हैं। जब केजरीवाल कहते हैं कि वह दिल्ली को पेरिस लंदन बनवाऊंगा तो लोगों को दिल्ली में गड्ढे, यमुना की गंदगी दिखती है। उन्होंने कहा कि दोनों को जब जमीनी स्तर पर लोग देखते हैं तो जनता निराश हो जाती है और उन्हें तब 10 साल पुरानी कांग्रेस याद आती है।
दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है दिल्ली
आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जो लोग संपत्ति बनाते हैं, वे कल्याण की बात कर सकते हैं। संपत्ति बनाए बिना आप कल्याण के वितरण के बारे में बात नहीं कर सकते। संपत्ति बनाने के लिए आपको राज्य का विकास करना होगा। दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? दिन-प्रतिदिन यह गरीब होती जा रही है। यह मॉडल स्वीकार्य नहीं है। दिल्ली को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मॉडल की जरूरत है।