उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टुडे के मंच से औरंगजेब पर स्पष्टता से बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई औरंगजेब को अपना नायक और आदर्श मानता है तो मैं मानता हूं कि वह मानसिक विकृति का शिकार है। इस प्रकार की मानसिक विकृति के उपचार का सबसे अच्छा सेंटर उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश में आइए ना। हम बहुत अच्छे ढंग से उपचार करवाएंगे। वे सपा विधायक अबु आजमी के औरंगजेब को नायक बताने पर बोल रहे थे। योगी ने कहा कि औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को वर्षों तक कैद रखा। कोई सभ्य मुसलमान भी अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता। शाहजहां ने अपनी जीवनी में लिखा है कि ऐसा कमबख्त पुत्र किसी को न हो। उससे अच्छा तो हिंदू है जो अपने पिता की सेवा करता है और मरने के बाद तर्पण करता है। योगी ने कहा कि ज्ञानवापी मंदिर को इसी औरंगजेब ने तुड़वाया था। मथुरा के कृष्ण मंदिर को तुड़वाया था। उसने हजारों मंदिर तुड़वाए, हिंदुओं पर जजिया कर लगाया। ऐसे में कोई औरंगजेब को कैसे आदर्श मान सकता है।
बाइक का खर्च निकल गया
योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन पर कहा कि प्रयागराज के 4 लाख युवा जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्होंने जो बाइक खरीदी है, उसका खर्च निकल गया है। दरअसल महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने श्रद्धालुओं को बाइक से पहुंचाया था, जिसके ऐवज में उनकी जमकर कमाई हुई है। इस पर अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव का भी बयान आ गया है। उन्होंने कहा कि जो युवा प्रयागराज में सरकारी नौकरी की उम्मीद लेकर आए, उनके लिए तो वैकेंसी निकली नहीं, लेकिन उनकी बाइक की सीट की वैकेंसी जरूर निकल गई। इसे उपलब्धि मानना कहां की बुद्धिमानी है। वैसे पर्सनल बाइक का कमर्शियल इस्तेमाल गजब है।