महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस नासिक में होने वाले नासिक कुंभ मेले की तैयारी बैठक के लिए त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शहीद दिवस के अवसर पर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को पुष्पांजलि अर्पित की। नासिक कुंभ मेला 2027 में होने वाला है। ऐसे में राज्य सरकार इसकी तैयारियों में जुट गई है। हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ में राज्य की मंत्री पंकजा मुंडे ने पहुंचकर स्नान कर मेले के आयोजन का जायजा लिया और उन व्यवस्थाओं को नासिक में करने की बात कही।
यह है नासिक कुंभ मेले का महत्व
नासिक कुंभ मेले को सिंहस्थ कुंभ मेला भी कहा जाता है। एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है, जो हर 12 साल में भारत के नासिक शहर में आयोजित किया जाता है। अगला नासिक कुंभ मेला 2027 में आयोजित किया जाएगा। नासिक में कुंभ मेला 17 जुलाई, 2027 से शुरू होगा और 17 अगस्त, 2027 को समाप्त होगा। यह मेला गोदावरी नदी के तट पर नासिक से 38 किलोमीटर दूर त्र्यंबकेश्वर में आयोजित किया जाएगा।
गोदावरी नदी में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं
दरअसल कुंभ मेला हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है और यह माना जाता है कि इस दौरान गोदावरी नदी में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने नासिक कुंभ मेले की तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार ने मेले के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए आवास, परिवहन और सुरक्षा जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करने की योजना बनाई है।