जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक भयानक बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके में कोहराम मचा दिया। मचैल माता यात्रा मार्ग पर चशोती गांव में हुई इस त्रासदी ने सैकड़ों श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक 50 से ज्यादा लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 200 से अधिक लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
धमाके जैसी थी आवाज, हर तरफ मच गया कोहराम
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बादल फटने की आवाज किसी तेज धमाके जैसी थी। एक पल में शांत माहौल चीख-पुकार और अफरा-तफरी में बदल गया। मचैल माता मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए कई लंगर और टेंट पानी और मलबे के तेज बहाव में बह गए। एक पीड़ित ने बताया, “हमें लगा कि आतंकियों ने हमला कर दिया है। चारों तरफ से ‘भागो-भागो’ और ‘बचाओ-बचाओ’ की आवाजें आ रही थीं। मैं किसी तरह एक कार के नीचे फंसकर बच गया, लेकिन मेरी मां एक बिजली के खंभे के नीचे दब गईं।”
बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया। भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमें बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खुद घटनास्थल पर मौजूद रहकर ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी रास्तों के कारण बचाव कार्यों में बाधा आ रही है, फिर भी टीमों ने मलबे से कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया है।
राजनीतिक जगत में शोक की लहर
इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने त्रासदी के मद्देनजर स्वतंत्रता दिवस के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और ‘एट होम’ चाय पार्टी रद्द कर दी हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और केंद्र सरकार से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रशासन ने प्रभावित परिवारों और लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। पद्दार में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां 9858223125, 6006701934, 9797504078, 8492886895, 8493801381, और 7006463710 पर संपर्क किया जा सकता है। जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 01995-259555 और 9484217492 हैं, जबकि किश्तवाड़ पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर 9906154100 है। यह त्रासदी एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में होने वाली प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और तैयारियों की जरूरत को उजागर करती है।