भारत द्वारा अपने बांधों के गेट बंद करने के बाद चेनाब नदी सूख गई है और इस बात को अब पाकिस्तानी मीडिया ने भी कबूल किया है। पाकिस्तानी मीडिया में रिपोट्र्स आ रही हैं कि चेनाब नदी में पानी का स्तर अप्रत्याशित रूप से गिर गया है, जिसके पीछे भारत द्वारा उठाए गए कदम को मुख्य वजह बताया जा रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि के तहत अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए चेनाब नदी पर बने कुछ बांधों के गेट बंद कर दिए हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, इससे नदी में पानी का प्रवाह काफी कम हो गया है, जिससे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सिंचाई और पीने के पानी की आपूर्ति पर गंभीर असर पड़ रहा है।
कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान हो सकता है
पाकिस्तानी समाचार चैनलों और अखबारों में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। उन्होंने विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो पाकिस्तान के कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान हो सकता है और लाखों लोगों को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि कुछ पाकिस्तानी विश्लेषकों ने यह भी कहा है कि भारत का यह कदम सिंधु जल संधि का उल्लंघन हो सकता है और इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाना चाहिए। वहीं कुछ अन्य ने यह भी माना है कि पहलगाम हमले के बाद भारत पर दबाव है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
भारत ने नहीं की है पुष्टि
भारत ने अभी तक आधिकारिक तौर पर चेनाब के पानी को रोकने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन नदी में पानी के स्तर में आई भारी गिरावट स्पष्ट रूप से कुछ असामान्य कार्रवाई का संकेत दे रही है। इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण माहौल और भी गर्मा सकता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है और यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस जल संकट का क्या समाधान निकलता है।