प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज, चिनाब ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। यह रेलवे ब्रिज इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है, जो पेरिस के एफिल टावर से भी 35 मीटर अधिक ऊंचा है। चिनाब नदी के तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पुल, 1,315 मीटर लंबा है और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पुल न केवल ऊंचाई के मामले में बेमिसाल है, बल्कि अपनी अभूतपूर्व सुरक्षा और लचीलेपन के लिए भी जाना जाता है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह कश्मीर के चुनौतीपूर्ण भौगोलिक और मौसम संबंधी परिस्थितियों का सामना कर सके।
अद्भुत सुरक्षा विशेषताएं:
- भूकंपरोधी: चिनाब ब्रिज भूकंपीय क्षेत्र पांच में स्थित है, लेकिन इसे रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता तक के भूकंप को भी सहने में सक्षम बनाया गया है। यह इसकी संरचनात्मक मजबूती को दर्शाता है।
- तूफानरोधी: यह पुल 266 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज हवाओं का सामना कर सकता है। इसके डिजाइन में अत्यधिक हवा की गति को ध्यान में रखा गया है।
- विस्फोट-प्रतिरोधी: आतंकवादी हमलों के खतरे को देखते हुए इस पुल को 40 किलोग्राम तक के टीएनटी (विस्फोटक) के धमाकों को झेलने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है। 63 मिमी मोटी विशेष विस्फोट-रोधी स्टील का उपयोग इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
- आधुनिक निगरानी: पुल पर सेंसर लगाए गए हैं जो हवा की गति, भूकंपीय गतिविधियों और संरचनात्मक तनाव की लगातार निगरानी करते हैं। ड्रोन निगरानी और रिमोट ऑपरेशन जैसी अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीकें भी इसमें लगाई गई हैं।
- सुरक्षा बल की तैनाती: चिनाब ब्रिज की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF), गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP), सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को चौबीसों घंटे तैनात किया गया है।
- जंग रोधी पेंट: पुल को एक विशेष जंग रोधी पेंट से रंगा गया है जो 15 साल तक चलता है, जिससे रखरखाव की आवश्यकता कम हो जाती है और इसकी लंबी उम्र सुनिश्चित होती है।
1,486 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित
लगभग 1,486 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह पुल, कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह न केवल यात्रियों और माल की आवाजाही को सुगम बनाएगा, बल्कि सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दुर्गम क्षेत्रों में सेना और उपकरणों की आवाजाही को आसान बनाएगा। चिनाब ब्रिज भारत की इंजीनियरिंग क्षमताओं और दृढ़ संकल्प का एक जीता-जागता प्रमाण है।