पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और चक्रवाती प्रसार की वजह से उत्तर प्रदेश समेत 12 राज्यों के अलग-अलग इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई है। पश्चिमी और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में पारा उछला है और कुछ राज्यों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है, लेकिन लू से अभी राहत है। पश्चिमी विक्षोभ निचले और मध्य स्तरों में एक ट्रफ के रूप में जारी है। ऐसे में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार भी निचले स्तरों में दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण 22 मार्च तक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
मप्र, विदर्भ, छग के लिए अलर्ट
दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार सक्रिय है जिससे बिजली गिरने और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बारिश और बिजली गिरने का दौर चलता रहेगा। वहीं दिल्ली-एनसीआर में गर्मी तेवर दिखाने लगी है।
इन राज्यों में गिर सकते हैं ओले
मौसम विभाग ने 22 और 23 मार्च को पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, झारखंड और ओडिशा के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना जताई है। 22 मार्च को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा बिहार में ओलावृष्टि होने की आशंका है। छत्तीसगढ़ के ऊपर बने चक्रवाती प्रसार की वजह से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक रुक-रुक कर मध्यम से तेज हवाएं चल रही हैं। पांच दिनों के दौरान केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में हल्की बारिश तथा बिजली कडक़ने का दौर चलता रहेगा। तेलंगाना में ओले भी गिर सकते हैं। 21 से 23 मार्च के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी हो सकती है। अरुणाचल के कुछ इलाकों में भारी बारिश व बर्फबारी होने की संभावना है।चार से पांच दिनों के दौरान असम,मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बरसात का दौर जारी रहेगा।