उत्तर प्रदेश की राजनीति में गहमागहमी तेज हो गई है, खासकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच हाल ही में हुई 35 मिनट की मुलाकात के बाद। इस बैठक को यूपी में बीजेपी के लिए बड़े फैसलों की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस मुलाकात का ब्यौरा जारी नहीं किया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस मुलाकात के बाद से यूपी बीजेपी में एक बड़े बदलाव की आहट महसूस की जा रही है। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि पार्टी आलाकमान यूपी के लिए क्या बड़े फैसले लेता है।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में मुख्य रूप से आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति, संगठन में बदलाव, और सरकार के प्रदर्शन पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि पार्टी आलाकमान यूपी में कुछ बड़े बदलाव करने का मन बना रहा है ताकि 2027 के विधानसभा चुनावों में एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया जा सके।
चर्चा के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हो सकते हैं:
- संगठनात्मक बदलाव: पार्टी में कुछ बड़े संगठनात्मक फेरबदल की संभावना है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर निचले स्तर के पदाधिकारियों तक बदलाव हो सकते हैं।
- मंत्रिमंडल विस्तार/पुनर्गठन: अटकलें हैं कि योगी मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है और कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किए जा सकते हैं।
- सरकारी योजनाओं की समीक्षा: राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति और उनके जमीनी असर पर भी चर्चा हुई होगी।
- विपक्षी दलों की रणनीति: आगामी चुनावों में विपक्षी दलों की संभावित रणनीति और उनका मुकाबला कैसे किया जाए, इस पर भी विचार-विमर्श हुआ होगा।
- जातीय समीकरण: उत्तर प्रदेश में जातीय समीकरणों का चुनाव पर गहरा असर होता है, इसलिए इस पहलू पर भी विस्तृत चर्चा की गई होगी।