नगरीय ठोस अपशिष्ट से जैव ईंधन जैसे कि कम्प्रेस्ड बॉयो गैस उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नगर निगम भिलाई छत्तीसगढ़ बॉयो फ्यूल विकास प्राधिकरण और भारत पेट्रोलियम कार्पोेरेशन के मध्य त्रिपक्षीय कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह कार्य मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप हुआ है। छत्तीसगढ़ में सतत योजना के अंतर्गत हुए एग्रीमेंट के तहत नगर निगम भिलाई अंतर्गत ट्रेंचिंग ग्राउंड जामुल में भारत पेट्रोलियम कार्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा 60 करोड़ रुपए की शत-प्रतिशत राशि का निवेश कर सीबीजी संयंत्र स्थापित किया जाएगा। संयंत्र के स्थापित होने से नगर निगम भिलाई एवं दुर्ग जिले के आसपास के नगर निगमों में प्रतिदिन निकलने वाले लगभग 150 मिट्रिक टन ठोस अपशिष्ट का उपयोग जैव ईंधन उत्पादन में किया जा सकेगा। संयंत्र लगने से प्रतिवर्ष प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 30 हजार मानव दिवस का रोजगार सृजित होगा।
जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा
बताया गया कि कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र में सह उत्पाद के रूप में प्राप्त जैविक खाद से जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा। संयंत्र की स्थापना से ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण स्वच्छ होगा। सीबीजी के उपयोग से राज्य नेट जीरो इमिशन की दिशा में अग्रसर होगा।
मार्च में हुआ था एमओयू
नगरीय ठोस अपशिष्ट से जैव ईंधन जैसे कि कम्प्रेस्ड बायोगैस उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण के सतत प्रयास के फलस्वरूप मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उप मुख्यमंत्री अरुण साव की उपस्थिति 13 मार्च 2024 को नगर पालिक निगम, रायपुर एवं भिलाई, सीबीडीए व बीपीसीएल के बीच 2 कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्रों की स्थापना के लिए त्रिपक्षीय एमओयू हुआ था। इसके तहत नगर पालिक निगम भिलाई, सीबीडीए एवं बीपीसीएल के मध्य त्रिपक्षीय कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर दुर्ग सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, छत्तीसगढ़ बॉयो फ्यूल के सीईओ सुमित सरकार, बीपीसीएल मुंबई के बॉयो फ्यूल हेड अनिल कुमार पी., कमिश्नर नगर निगम भिलाई बजरंग दुबे, बीपीसीएल एवं ऊर्जा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।