भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा पर महाराष्ट्र में पुराने साथ शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत का बयान आया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बनने का जिनका अधिकार और हक था, उन्हें तो ऐसी जगह कर दिया गया, जहां सब उन्हें भूल गए। भाजपा भी उन्हें भूल गई। जब मौका आया तो उन्हें दरकिनार कर दिया गया और अब उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं। राउत ने कहा कि मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। वे इसके हकदार हैं और उनका देश के विकास में योगदान रहा है। भाजपा लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति बनाकर उनका सम्मान कर सकती थी लेकिन उसने यह नहीं किया।
राममंदिर के लिए लड़ी बड़ी लड़ाई
महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता दीपक केसरकर ने कहा कि हम लोग बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मंदिर के लिए एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी थी। मंदिर तो मात्र एक प्रतीक था, उन्होंने भारत की परंपरा को कायम रखने के लिए पूरे भारत में एक अभियान चलाया। केसरकर ने कहा कि देश के गृहमंत्री के नाते उन्होंने बेहतरीन काम किया है। जब ऐसे महान व्यक्तित्व का सम्मान होता है तो बहुत अच्छा लगता है। वहीं केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जैसे योग्य व्यक्ति को भारत रत्न मिल रहा है। उन्होंने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की, जनहित में काम किया है और अपने जीवन को देश को समर्पित किया है।
आडवाणी को भारतरत्न : संजय राउत का पुराना राग.. शिंदे गुट ने कहा-गर्व है
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