दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंदर सिंह लवली एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। इससे पहले 2017 में भी लवली भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन वे फिर कांग्रेस में लौट आए। इस बार वे आप से कांग्रेस के गठबंधन के कारण नाराज हैं। लवली ने कहा कि मुझे कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए एक हफ्ता हो गया लेकिन हमारी किसी बात पर उस पार्टी ने गौर नहीं किया, उल्टा मुझ पर आरोप-प्रत्यारोप लगने लगे। फिर हम लोगों ने फैसला किया कि हमें घर नहीं बैठना है, हमें इस देश के लिए काम करना है। अब कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी बन गई है और आप का दबाव और नियंत्रण ज्यादा है। इस मामले में अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी आई हैं।
कांग्रेस ने कहा-जनता इनके साथ नहीं है
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि जो एक बार जा चुके हैं, अगर वे दूसरी बार जा रहे हैं तो उनके बारे में क्या कहें? मैं सिर्फ यही कहूंगा कि जब लोकतंत्र में कुछ गड़बड़ हो जाए तो आप अपनी राय रखें, फिर अगर आपकी राय न मानी जाए तो या तो आप पार्टी में रहकर अपना कार्य करिए या अपना रास्ता ढूंढें। भाजपा से भी लोग हमारी पार्टी में आए हैं। हर पार्टी में कुछ आना-जाना होता है। वहीं हरियाणा कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने कहा कि भाजपा सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करती है। जनता इनके साथ नहीं है, जनता इन्हें छोड़ चुकी है और जनता कांग्रेस को अपनाएगी। हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस दिन उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, तब सबको पता था कि वे भाजपा में जाएंगे। भाजपा की यही राजनीति है कि दूसरी पार्टियों को तोड़ कर वे इस प्रकार से करें, लेकिन आज भी दिल्ली की सातों सीटें इंडिया गठबंधन जीत रहा है।
कांग्रेस के लोग जनता का विश्वास खो चुके
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोनीपत में कहा कि जो कांग्रेस पार्टी को गाली देते थे, उसे भी अपने परिवार को बचाने के लिए उन्होंने गले लगा लिया। कांग्रेस का विकास को लेकर कोई एजेंडा नहीं है, इनका देश के लोगों के लिए कोई एजेंडा नहीं है। इनका बस एक ही एजेंडा है कि कैसे परिवार को बचाया जाए, कैसे भ्रष्टाचारियों को बचाया जाए। अरविंदर सिंह लवली के भाजपा में शामिल होने पर कहा उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बहुत सारे नेता तो जब नामांकन दाखिल कर लेते हैं और देखते हैं कि जमीन पर कुछ नहीं है तो वे अपना नामाकंन वापस ले लेते हैं। कांग्रेस के लोग जनता का विश्वास खो चुके हैं। ऐसे में कोई उन पर विश्वास नहीं कर रहा है।