वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक चौंकाने वाला कदम उठाते हुए, पार्टी कार्यालय पर ढोल बजाकर और पटाखे फोड़कर अजय राय को “सांसद” घोषित कर दिया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी और जश्न मनाया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब INDIA गठबंधन लगातार चुनाव आयोग (EC) और भाजपा पर लोकसभा चुनाव में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगा रहा है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में, अजय राय ने वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था और वह दूसरे स्थान पर रहे थे। सपा का यह कदम ऐसे समय में आया है जब INDIA गठबंधन ने वाराणसी सीट पर वोटों की गिनती में धांधली का आरोप लगाया है। गठबंधन का कहना है कि वाराणसी की मतदाता सूची में भारी अनियमितताएं थीं और मतगणना में भी धांधली हुई।
सपा नेताओं ने दावा किया कि उनके पास ऐसे सबूत हैं, जो यह साबित करते हैं कि अजय राय ने वास्तव में चुनाव जीता था और पीएम मोदी की जीत फर्जी वोटों के कारण हुई थी। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सपा कार्यकर्ताओं का यह जश्न एक तरह से चुनाव आयोग और भाजपा के खिलाफ उनके विरोध का प्रतीक है।
इस घटना ने वाराणसी के राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। सपा का यह कदम न केवल प्रधानमंत्री की जीत पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि विपक्षी दल इस मामले को आसानी से छोड़ने वाले नहीं हैं। यह घटना आने वाले दिनों में और भी राजनीतिक विवादों को जन्म दे सकती है।