मन की बात कार्यक्रम के 119वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। यह हमारी नारी शक्ति को नमन करने का एक विशेष अवसर होता है। मोदी ने कहा-देवी माहात्म्य में कहा गया है कि विद्या: समस्ता: तव देवि भेदा: स्त्रीय: समस्ता: सकला जगत्सु। अर्थात सभी विद्याएं, देवी के ही विभिन्न स्वरूपों की अभिव्यक्ति हैं और जगत की समस्त नारी शक्ति में भी उनका ही प्रतिरूप है। हमारी संस्कृति में बेटियों का सम्मान सर्वोपरि रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में मैं एआई के एक बड़े सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पेरिस गया था। वहां दुनिया ने इस क्षेत्र में भारत की प्रगति की खूब सराहना की है। हमारे देश के लोग आज एआई का उपयोग किस-किस तरह से कर रहे हैं। इसके उदाहरण भी हमें देखने को मिल रहे हैं।
एक दिन वैज्ञानिक के रूप में मनाएं
मोदी ने कहा कि आने वाले कुछ ही दिनों में हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने जा रहे हैं। हमारे बच्चों का, युवाओं की विज्ञान में दिलचस्पी और जुनून होना बहुत मायने रखता है। इसे लेकर मेरे पास एक विचार है, जिसे आप एक दिन वैज्ञानिक के रूप में कह सकते हैं। यानि आप अपना एक दिन एक वैज्ञानिक के रूप में, एक वैज्ञानिक के रूप में, बिताकर देखें। आप अपनी सुविधा के अनुसार, अपनी मर्जी के अनुसार, कोई भी दिन चुन सकते हैं।
अंतरिक्ष में शानदार शतक बनाई है
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन दिनों चैंपियंस ट्रॉफी चल रही है और हर तरफ क्रिकेट का माहौल है। क्रिकेट में शतक का रोमांच क्या होता है, ये तो हम सब भली-भांति जानते हैं। लेकिन आज मैं आप सबसे क्रिकेट नहीं, बल्कि भारत ने अंतरिक्ष में जो शानदार शतक बनाई है, उसकी बात करने वाला हूं। पिछले महीने देश इसरो के 100वें रॉकेट की लॉन्चिंग के साक्षी बने हैं। यह केवल एक नंबर नहीं है, बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान में नित नई ऊंचाइयों को छूने के हमारे संकल्प का भी पता चलता है। मोदी ने कहा, हमारी अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत बहुत ही सामान्य तरीके से हुई थी।