वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कल लोकसभा में बजट प्रस्तुत किया। उन्होंने आंध्र प्रदेश और बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की और बार-बार दोनों राज्यों का जिक्र किया। हालांकि ये पैकेज ओडिशा को भी दिया गया। मणिपुर और पूर्वोत्तर राज्यों का भी नाम लिया गया, लेकिन विपक्ष ने इन दो राज्यों को मुद्दा बनाकर विरोध करना शुरू कर दिया है। दरअसल एनडीए के दो मुख्य सहयोगी चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार हैं। ऐसे में विपक्ष का विरोध करना लाजिमी है।
किसको पैकेज दिया जो सरकार चलवा रहे हैं : अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट से दिखाई दे रहा है कि सरकार कितनी कमजोर है। हम सब लोग किसान के लिए उसका समर्थन मूल्य मांग रहे थे, हम लोग किसान के लिए पैकेज मांगते हैं, गरीब के लिए पैकेज मांगते हैं लेकिन इस सरकार ने किसको पैकेज दिया जो सरकार चलवा रहे हैं। सरकार चलाने के लिए पैकेज मिल रहा है। बिहार और आंध्र प्रदेश को पैकेज मिला, हम ये नहीं कहते कि पैकेज नहीं मिलना चाहिए। विकास के लिए पैसा मिले लेकिन दूसरे प्रदेशों के साथ भी भेदभाव ना हो। अलिखेश ने कहा कि पैकेज इंडिया गठबंधन वाले भी तैयार रखे हैं, अगर पैकेज से ही सरकार बननी है तो।
सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए पैकेज : राबड़ी देवी
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि कल पेश किया गया बजट सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए है। पीएम मोदी ने ये सब सिर्फ आंध्र प्रदेश और बिहार की सत्ता में बने रहने के लिए घोषित किया है। नीतीश कुमार ने बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा है, पैकेज देने से क्या होगा? बिहार के लोगों को रोजगार मिलना चाहिए, महंगाई पर लगाम लगनी चाहिए। 20 से ज्यादा पुल गिर गए, उसकी जांच होनी चाहिए। बजट में सरकार ने बिहार की जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है।
वाईएसआर सीपी अब विपक्षी खेमे में
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर सीपी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी अब विपक्षी खेमे में शामिल होते दिख रहे हैं। वे समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंध्र प्रदेश सरकार के खिलाफ एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। जगन को इसी वर्ष विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू भारी बहुमत से चुनाव जीते हैं।