छत्तीसगढ़ में ओडिशा के रास्ते गांजा की तस्करी होती है। तस्करी करने वाले तस्करों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अवैध प्रदार्थों की तस्करी और आपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री साय को कहा था। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से प्राप्त दिशा निर्देशों पर बिलासपुर रेंज आईजी डॉ. संजीव शुक्ला व एसपी दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन पर जूटमिल पुलिस ने कोड़ातराई के पास गांजा रेड की बड़ी कार्यवाही कर एक महिला समेत 5 आरोपियों को पकड़ा था। रायगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करों के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। 175 किलो गांजा, एक अल्टो कार और एक पिकअप वाहन कुल 43 लाख रूपये की संपत्ति जप्त की गई।
कार्यप्रणाली और गिरोह की जानकारी मिली
गिरफ्तार मुख्य आरोपी संतराम खुंटे सक्ती छत्तीसगढ़ और उनके साथियों से कड़ी पूछताछ की गई। आरोपियों से पुलिस को तस्करों की कार्यप्रणाली और गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी मिली। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर डॉ संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन पर रायगढ़ पुलिस व बिलासपुर पुलिस की 5 अलग-अलग विशेष टीम बनाई गईं। अलग-अलग लोकेशन में पुलिस टीमों ने सूझबूझ और अपनी क्षमता का बखूबी परिचय देते हुए जिला बउत (ओडिशा), जिला बिलासपुर, ग्राम पिहरीद व ग्राम चारपारा जिला सक्ती (छ.ग.) में दबिश देकर गिरोह के संपूर्ण नेटवर्क को ध्वस्त किया।
पहली बार इतनी सटीक कार्रवाई
ऐसा पहली बार हुआ है जब जब्त हुए गाँजा का ‘फॉरवर्ड लिंक’ एवं ‘बैकवार्ड लिंक’ स्थापित कर आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है। इनमें बैकवर्ड लिंक-ओडिशा में गांजा के उत्पादन इकाई से सप्लाई करने वाला बयोमकेश खटवा जिला बउत (ओडिशा), गाजा को ओडिशा बॉर्डर से बिलासपुर जाँजगीर एवं अन्य जगह पहुँचाने वाला गिरोह, फॉरवर्ड लिंक-मुख्य खरीदार जो आसपास के क्षेत्र में गाँजा सप्लाई करता है। भागवत साहू पीहरीद सक्ती, फॉरवर्ड लिंक- छत्तीसगढ़ में आगे गांजा सप्लाई व फुटकर बिक्री हेतु गाँजा खपाने वाले दीपक उर्फ नान्हू भारद्वाज सक्ती (छत्तीसगढ़), अवैध गांजा कारोबार से मिले रकम से क्रय की गई आई-10 कार, सिलेरियो कार, 06 मोबाइल, नकदी रकम की जब्ती की गई।
भागवत साहू कई सालों से कर रहा काला धंधा
गाँजा तस्करों की टीम का मुख्य सरगना भागवत साहू है, जो पिछले कई सालों से अवैध गांजा खरीद फरोख्त का धंधा करता है। शुरुआती दौर में ओडिशा के छोटे सप्लायर से 4-5 किलो गांजा खऱीद कर छत्तीसगढ़ में बेचा करता था। ओडिशा के एक बड़े गाँजा सप्लायर व्योमा उर्फ व्योमकेश से संपर्क होने पर बड़ी मात्रा में गांजा खरीद कर सुनसान जगह पर गांजा गाड़ी में स्थानांतरित कर अपनी टीम के आरोपी के घर में गांजा डंप करते थे। शुरुआत में 15-20 किलो गांजा निकाल कर अलग-अलग प्रदेश में सप्लाई करते थे। डिमांड अनुसार 1 क्विंटल-2 क्विंटल गांजा की सप्लाई करने लगे थे। संतराम और भागवत ओडिशा पार्टी से गांजा खरीदी कर साथियों के साथ रोड क्लीयर करते हुए आधे रास्ते तक आता था, ताकि पकड़ा ना जाए फिर आगे इसके दूसरे साथी गांजा लेकर अपने गुप्त ठिकानों में छिपाकर रखते और बिक्री करते थे। पुलिस के मुताबिक गिरोह ट्रांसपोर्टिंग के जरिए माल छत्तीसगढ़ और कई प्रदेश में गांजा की बिक्री करते थे। भागवत पिछले कई वर्षों से गांजा के अवैध कारोबार में संलिप्त है, जो अब तक पुलिस पकड़ में नहीं आया था।
गाँजा उत्पादन के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा
मुख्य सप्लायर व्योमकेश से गहन पूछताछ करने पर कई चौकाने वाले तथ्य आए हैं जिसमें पता चला कि उसने जिला बाउत ओडिशा और उसके आसपास के जिलों के जंगलों में अवैध गांजा उत्पादन के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। रायगढ़ पुलिस ने सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को ओडिशा पुलिस व राष्ट्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ साझा किया जा रहा है ताकि गाँजा के इस नेटवर्क को जड़ से समूल नष्ट किया जा सके। गिरोह को मदद करने और पुलिस की छापेमारी से बचाने व गोपनीय सूचनाएं आरोपी को पुलिस आरक्षक किशोर साहू ग्राम सकर्रा सक्ती (छत्तीसगढ़) को भी गिरफ्तार किया गया है।