नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में मची भगदड़ ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। जिस तरह देश की राजधानी में भीड़ और अव्यवस्थाएं हावी हुईं, उससे यह समझा जा सकता है कि बाकी देश में क्या हाल होगा। इससे पहले प्रयागराज में मची भगदड़ ने 30 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। नई दिल्ली में भी आधिकारिक रूप से 18 की मौत बताई गई है, लेकिन यह आंकड़ा इससे ज्यादा भी हो सकता है। हैरत की बात यह है कि इसके बाद भी रेलवे स्थिति सामान्य होने की बात कह रहा है। बहरहाल महाकुंभ के समापन में सिर्फ 10 दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में सरकारों और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसी स्थिति दोबारा न हो।
रेलवे का दावा स्थिति सामान्य
रेलवे बोर्ड, सूचना एवं प्रचार (ईडी/आईपी) के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या आम दिनों से काफी ज्यादा थी। इसे देखते हुए रेलवे ने नियमित ट्रेनों के साथ-साथ स्पेशल ट्रेनें भी चलाईं। कुछ देर के लिए यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा हो गई, जिसके चलते कुछ लोगों के बेहोश होने की खबर मिली और उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति सामान्य है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार और आरपीएफ डीजी मौके पर पहुंचे थे। मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। स्थिति नियंत्रण में है, यात्रियों को विशेष ट्रेन से भेज दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही अब सामान्य है।