राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरी और तीसरी बार सरकार बनी है तो इसका मतलब है कि हमारे विकास के मॉडल को जनता ने परखा है, भरोसा जताया है। हमारा मंत्र नेशन फस्र्ट है। मैं बड़े गर्व और संतोष के साथ कहता हूं कि लंबे दशक तक देश के के बीच ऑल्टरनेट मॉडल क्या हो, इसकी तुलना करने का अवसर नहीं मिला था। लेकिन 2014 के बाद नया मॉडल देखनेे को मिला है, जो तुष्टीकरण नहीं संतुष्टीकरण का है।
एक खास वर्ग को देना और बाकी को तरसाते रहना
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कालखंड में हर चीज में तुष्टीकरण एक तरह से उनकी राजनीति की औषधि बन गई थी। एक तरह से राष्ट्र नीति का घालमेल हो गया था। एक खास वर्ग को देना और बाकी को तरसाते रहना, यही इनका मॉडल था। आंखों में पट्टी बांधकर सियासत को चलाए रखना ही चलता रहा।
पैर उतने ही लंबे करो, जितनी चादर हो
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश रही है कि भारत के पास जो भी संसाधन हैं, उनका यूटीलाइजेशन किया जाए। समय की बर्बादी से बचते हुए देश की प्रगति और जनकल्याण में खर्च हो। हमने सेचुरेशन का एप्रोच अपनाया। पैर उतने ही लंबे करो, जितनी चादर हो। हमने सभी लाभार्थियों को लाभ दिया, किसी को तरसाया नहीं। हमने सबका साथ, सबके विकास की भावना को जमीन पर उतारा है। हमारी गर्वनेंस का मूलमंत्र भी यही रहा है।
जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास
मोदी ने कहा कि हमारे देश में जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। हर चीज में देश में विभाजन कैसे हो, तनाव कैसे फैले, यही तरीके अपनाए गए। पहली बार हमारी सरकार ने एक ऐसा मॉडल दिया कि हमने सामान्य वर्ग के गरीब को 10 प्रतिशत आरक्षण बिना तनाव और बिना छीनकर दिया। एससी, एसटी और ओबीसी ने भी उसका स्वागत किया। किसी के पेट में दर्द नहीं हुआ।