समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव आज प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने संगम स्थल पर जाकर त्रिवेणी में स्नान किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज मैं महाकुंभ में स्नान करके जा रहा हूं। मैंने 11 डुबकियां लगाई हैं। आज महाकुंभ का सकारात्मक संदेश होना चाहिए। मैंने पहले हरिद्वार में स्नान किया था और आज मुझे संगम में स्नान करने का मौका मिला है। हमारा संकल्प यही है कि सद्भावना और सहनशीलता बनी रहे और स्नान सहनशीलता के साथ होना चाहिए। मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है कि बुज़ुर्ग महिलाएं और पुरुष दूर स्थानों से पैदल चलकर महाकुंभ में आ रहे हैं लेकिन अगर सरकार महाकुंभ में हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है तो बुजुर्गों के लिए कोई ऐसी व्यवस्था जरूर होनी चाहिए थी जिससे उन्हें ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े।
अखिलेश ने उठाए थे ये सवाल
अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आंकड़ों को फर्जी बताया था। जिस तरह सरकार ने दावा किया कि पहले दिन 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी, तो अखिलेश ने कहा था कि यह फर्जी आंकड़े हैं। प्रयागराज में हुई योगी कैबिनेट की बैठक पर उन्होंने सवाल उठाए थे कि आखिर यहां राजनीतिक बैठक करने की क्या जरूरत है। उन्होंने मीडिया के कैमरों के समक्ष योगी और उनकी कैबिनेट के महाकुंभ स्नान पर कहा था कि कई लोग ऐसे होंगे जो स्नान करके चले जाते हैं, लेकिन कभी अपनी तस्वीरें नहीं खिंचवाते। जब विपक्ष ने उन पर सवाल उठाए तो अखिलेश ने भी प्रयागराज आकर स्नान कर खुद को हिंदू साबित करने का प्रयास किया है।