दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अब तेज हो चुकी है। जिस तरह से मतदान के लिए 12 से 13 दिन बचे हैं, उसे देखते हुए अब सर्दी में भी दिल्ली की राजनीति गर्म होने की पूरी-पूरी संभावना बन रही है। दरअसल दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला है। आप से केजरीवाल मोर्चा संभाले हुए हैं तो कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी और राहुल पर ही दारोमदार रहेगा। वहीं भाजपा की बात करें तो उनके स्टार चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। हैरत की बात तो यह है कि दिल्ली में प्रधानमंत्री की कुछ ही रैलियां होंगी लेकिन यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे। इसके पीछे बीजेपी का बड़ा गेम प्लान है जिसके जरिए वह केजरीवाल को सत्ता से रोकने के लिए की तैयारी कर चुकी है।
मोदी की 3 तो योगी की 14 रैलियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी के आखिरी हफ्ते और फरवरी के शुरू में तीन बड़ी रैलियां को संबोधित करेंगे। इनमें 29 जनवरी 31 जनवरी और फिर 2 जनवरी को मोदी की रैलियां होंगी। प्रधानमंत्री मोदी की पहली जनसभा 29 जनवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुना खादर क्षेत्र में आयोजित होगी। वहीं दूसरी रैली 30 जनवरी को द्वारका में सेक्टर 14 के पास स्थित वेगास मॉल के निकट होगी। तीसरी रैली की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। वहीं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली में 14 रैलियां करने वाले हैं। योगी के अलावा राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, मनोहर लाल खट्टर और नितिन गडकरी समेत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हेमंत बिस्वा सरमा और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की भी रैलियां होंगी।
पूर्वांचली वोटर पर बीजेपी का फोकस
बीजेपी अब तक 2500 से अधिक छोटी बैठकें कर चुकी है। दरअसल दिल्ली में लगभग 50 प्रतिशत पूर्वांचल वोटर हैं। इन्हें अपने पाले में लाने के लिए भाजपा पूरी कोशिश कर रही है। इसी के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी की 14 रैलियां होने वाली है। यह रैलियां 23 जनवरी से दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र में होंगी। वहीं पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ, स्मृति चौधरी और गिरिराज सिंह जैसे पूर्वांचली चेहरे भी मैदान में उतरेंगे। अब देखना होगा कि क्या इन चेहरे के बलबूते भाजपा आम आदमी पार्टी को मात दे पाएगी।