भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वीकार किया कि केवल उन्हीं मदों के लिए घोषणा करनी चाहिए, जिनके लिए बजटीय प्रावधान और वित्तीय उपलब्धता है। क्या खरगे ने राहुल गांधी को यह पाठ पढ़ाया है? राहुल घोषणाएं करने में माहिर हैं। वो सिर्फ घोषणाएं करते हैं और वोटों की खातिर जनता को बेवकूफ बनाते हैं और फिर अपने वादों को लागू नहीं करते। कर्नाटक में उन्होंने पांच गारंटी की घोषणा की थी। आज वो मुफ्त बस योजना (शक्ति) की समीक्षा करने की बात कर रहे हैं। भाजपा हमेशा अपने किए वादों को पूरा करती है।
पूरे देश के लिए एक मॉडल है कांग्रेस
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक का गारंटी मॉडल पूरे देश के लिए एक मॉडल है। भाजपा और अन्य पार्टियां भी इसे अपना रही हैं और हमें गर्व है कि हम इसे लागू कर पाए और इसे पूरा कर पाए। कर्नाटक और देश के लोग हमारे मॉडल से बहुत खुश हैं।
विरोधाभासी बयान बहुत ही आश्चर्यजनक
शक्ति योजना पर भाजपा नेता सी.एन. अश्वथ नारायण ने कहा कि बसों के मौजूदा बेड़े के साथ उन्होंने शक्ति योजना को लागू किया, जिससे लोगों को बहुत असुविधा हुई। छात्रों और मजदूरों को भीड़भाड़ और अकुशल सेवाओं के कारण परेशानी हुई, जिसके कारण सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। गलती का एहसास होने पर अब कांग्रेस सरकार शक्ति योजना को वापस लेना चाहती है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष का विरोधाभासी बयान बहुत ही आश्चर्यजनक है। यह एक कॉमेडी सरकार बन गई है।