महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव डेरे पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पूर्व के परिचित लोगों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना। जब सीएम अपने गांव से निकल रहे थे तो महिलाओं ने उनके काफिले को रोक लिया। सुरक्षा बल भी चिंता में पड़ गए। हालांकि महिलाओं ने सबकी चिंता दूर कर शिंदे के दूसरे कार्यकाल की कामना की।
सीएम शिंदे ने यह कहा
सीएम शिंदे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा-मेरी मिट्टी, मेरे लोग..। मैं राजनीति की हलचल से दूर कुछ पल आराम करने के लिए अपने पैतृक गांव सतारा जिले के डेरे गांव गया था। गांव से निकलते समय कुछ महिलाओं ने मेरे कारवां को रोक लिया। मेरे ही गाँव में रहने वाले ये मेरे मौलिस मेरी माँ के बहुत घनिष्ठ थे, लेकिन उन्हें एक पल के लिए संदेह हुआ कि मैं उन्हें पहचान पाऊँगा या नहीं। मैंने उनसे संवाद करते हुए कहा कि मैं इन सभी मेरे मौलिस को जानता हूँ। एक पल भी सोचे बिना, मेरी मौली मेरे पास आईं और मुझसे गंभीरता से पूछा। मैंने भी उनकी उम्र का सम्मान करते हुए उनके पैरों पर गिरकर आशीर्वाद लिया और इस बात पर भी जोर दिया कि उन्हें मुख्यमंत्री माझी लडक़ी बहिन योजना का पैसा मिला है या नहीं। इस पर सभी ने हाँ में सिर हिलाया और हाथों में खाने की प्लेट लेकर प्यार से मेरी ओर इशारा किया। आपके कांपते गर्म हाथों ने मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया और आग्रह किया कि प्रदेश में एक बार फिर हमारी सरकार बने। सीएम ने लिखा कि मेरी असली दौलत प्रदेश की लाखों माताएं-बहनें हैं, जो मुझे निस्वार्थ प्यार करती हैं। जब तक उनका आशीर्वाद मेरे साथ है, मुझे पूरा विश्वास है कि मुझे कुछ नहीं होगा।
