मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुरुक्षेत्र में हरियाणा सिख्स एंड खट्टर नाम की किताब का विमोचन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरु गोविंद सिंह का खालसा, गुरु गोविंद सिंह की फतह के साथ संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि किताब को जिल्द, बनावट, डिजाइन से नहीं आंका जा सकता, बल्कि किताब के अंदर की सामग्री और विचार महत्वपूर्ण होते हैं। प्रदेश में 9 साल में जितने काम हुए हैं, उन्हें इस किताब में संजोया गया है। किताब के माध्यम से सबको यह पता चलेगा कि हरियाणा में क्या-क्या हुआ है। उन्होंने टाइटल पर कहा कि मैं इस पर विचार कर रहा था कि क्या इसे बदला जा सकता है, क्योंकि टाइटल से ही जाति का उल्लेख हो रहा है। मुझे बताया गया कि हजारों पुस्तकें छप गई हैं। ठीक है सेवा का भाव आना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुबाणी की सीख सेवा जो बोले सो निहाल, सेवक मनोहर लाल.. यह टाइटल रखा जा सकता है, क्योंकि इससे भाव झलक रहा है। सिर्फ कवर ही तो बदलना है। सीएम ने बताया कि यह किताब हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी में है। इसमें जो 9 सालों का काम है, उसका समावेश किया है। जो भी हमने कार्यक्रम किए हैं, उसका भी वर्णन मिलता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा।
प्रदेश के 2.80 करोड़ लोग ही मेरा परिवार
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि कई बार विपक्ष कहता है कि तुम्हारा तो कोई परिवार नहीं है। सीएम ने कहा कि परिवार का मतलब यह है कि शादी करो, घर बसाओ और बच्चे को पढ़ाओ-लिखाओ। मेरे लिए प्रदेश के २ करोड़ ८० लाख लोग ही परिवार हैं। इसलिए मैंने अपना घर लाइब्रेरी बनाने के लिए दे दिया, ताकि बच्चे पढ़-लिखकर अपना नाम कमा सकें और आगे बढ़ सकें। उन्होंने कबीर के दोहे सुनाकर कहा कि वह निष्पक्ष भाव से काम कर रहे हैं और सभी के लिए काम कर रहे हैं। संत-महापुरुषों को हमारी सरकार याद कर रही है और उनकी जयंतियां मना रही है। सब महापुरुषों का एक ही विचार है मानवता की सेवा करना।
जो बोले सो निहाल, सेवक मनोहर लाल.. हरियाणा के सीएम ने सुझाया किताब का नाम
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