बांग्लादेश की स्थिति पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हम अपने राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में हैं। वहां अनुमानत: 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से लगभग 9000 छात्र हैं। जुलाई में अधिकांश छात्र वापस लौट आए हैं। हम अल्पसंख्यकों की स्थिति के संबंध में भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समूहों और संगठनों द्वारा पहल की खबरें हैं। स्वाभाविक रूप से हम कानून और व्यवस्था बहाल होने तक बहुत चिंतित हैं। इस जटिल स्थिति में हमारे सीमा सुरक्षा बलों को असाधारण रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। पिछले 24 घंटों में हम ढाका में अधिकारियों के संपर्क में हैं।
बदलाव भारत को चिंतित करने वाले : जेडीयू
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट पर जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि बांग्लादेश के बदलाव भारत को चिंतित करने वाले हैं। उनके विरुद्ध जिस तरह से विद्रोह हुआ है और जिन ताकतों के हाथ में सत्ता आई है, वो खतरनाक लोग हैं।
हम सरकार के साथ खड़े होंगे : आरजेडी
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले कुछ हफ्तों से चल रही घटनाओं पर नजऱ रख रहे हैं और एक खाका भी होगा। यह एक बहुस्तरीय वास्तुकला है। लोकतंत्र की आकांक्षा को संबोधित नहीं किया गया। अगर हम इस पूरी वास्तुकला को समझते हैं, तो यह सब कुछ की परिणति है। शेख हसीना को देश छोडऩा पड़ा। हम इस बहुस्तरीय वास्तुकला को समझने के बाद हमारी सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम उसके साथ खड़े होंगे।