पाकिस्तान की हालत किसी से छिपी नहीं है। यहां महंगाई तो सुरसा की तरह बढ़ रही है, वैसे ही कंगाली भी बढ़ रही है। इसी के साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान ने कर्ज लेकर खाने का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पाकिस्तान स्टेट बैंक की मानें तो मई 2024 तक देश का कुल कर्ज 67.816 ट्रिलियन रुपये के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक से जारी आंकड़ों के हवाले से बताया गया कि सरकार का कुल कर्ज एक साल में 15 प्रतिशत बढ़ गया है। इसमें 8852 अरब रुपये की वृद्धि हुई है। 2023 में देश का कुल कर्ज 58,964 अरब रुपये था, जो अप्रैल 2024 में बढक़र 66,086 अरब रुपये हो गया है।
चारों तरफ से कर्ज में डूबा
पाकिस्तान का घरेलू कर्ज भी 46,208 अरब रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान स्टेट बैंक ने बताया कि नया पाकिस्तान सर्टिफिकेट में वार्षिक कर्ज में 37.51 प्रतिशत की कमी आई है और यह 87 अरब रुपये हो गया है। संघीय सरकार के बाहरी कर्ज में भी 1.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की है। यह 21,908 अरब रुपये से घटकर 21,608 रुपये हो गया है।
कंगाली नहीं छोड़ रही पीछा
पाकिस्तान भीख का कटोरा लेकर कभी आईएमएफ तो कभी अरब देशों के सामने खड़ा हो जाता है। कंगाली में डूबी पाकिस्तान सरकार की आर्थिक मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। 2023-24 के पहले नौ महीनों में 5.517 ट्रिलियर रुपये का कर्ज चुका है। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी राजकोषीय संचालन रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने घरेलू ऋण सेवा में 4807 अरब रुपये और अंतरराष्ट्रीय कर्ज में 710 अरब रुपये का भुगतान किया है।