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    हुड्डा के पेट में आखिर क्यों है दर्द? सीएम नायब सिंह का तीखा प्रहार

    हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि मैं सुन रहा था कि हुड्डा की प्रेस कान्फ्रेंस सुन रहा था। वे कह रहे थे कि यह पोर्टल की सरकार है। आखिर जब गरीबों को सीधे रुपए मिल रहे हैं तो हुड्डा का पेट क्यों खराब हो रहा है। हुड्डा साहब के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए। सीएम ने कहा कि दिल्ली में सोनिया गांधी उनसे तब मिलती थीं, जब वे अटैली लेकर पहुंचते थे।

    पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा बीजेपी में शामिल

    रादौर से पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा ने आईएनएलडी छोडक़र भाजपा का दामन थाम लिया। सीएम ने कहा कि भाजपा परिवार में शामिल हुए साथियों का मैं स्वागत करता हूं। धन्यवाद करता हूं और दोनों हाथ जोडक़र राम-राम करता हूं। उन्होंने कहा कि श्याम सिंह राणा मेरे घनिष्ठ मित्र हैं। मैं जब अंबाला का जिला अध्यक्ष था, तब श्याम सिंह राणा यमुनानगर के जिला अध्यक्ष थे। हम संघर्ष के साथी रहे हैं। संघर्ष के दिनों में भी श्याम सिंह राणा की कर्मठता और लगन हम सभी ने देखी है। एक बार फिर भाजपा परिवार से आपके जुड़ जाने से पार्टी को पूरे प्रदेश में लाभ होगा और तीसरी बार भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर जन सेवा में जुटी रहेगी।

    खुलकर भारत माता की जय बोल सकते हैं

    सीएम नायब सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों का इतिहास रहा है कि हमारी संस्कृति को बचाने के लिए उन्होंने घास की रोटी खाना स्वीकार किया लेकिन अपने कदम पीछे नहीं किए। गत दिवस कांग्रेस को छोड़ भाजपा परिवार में शामिल हुए साथियों ने कहा कि हमें बहुत खुशी हो रही है और हमें अब आनंद आया है क्योंकि अब हम खुलकर भारत माता की जय बोल सकते हैं। पहले तो हम देश के नाम पर जयकारा लगाने से भी वंचित थे। सीएम ने कहा कि पिछले दिनों राजपूत समाज के लोग मुझसे मिलने आए थे। मैंने उनका धन्यवाद किया कि आपने जो निर्णय लिया है, वह देश की मजबूती के लिए लिया है, राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए लिया है। पूरे समाज ने यह निर्णय कमल के फूल और मोदी को मजबूत करने के लिए लिया है।

    अधिकारियों को दोटूक, अंजाम भुगतना पड़ेगा

    हरियाणा के सीएम नायब सिंह ने कहा कि अधिकारियों को हमने स्पष्ट रूप से आदेश दिए हैं कि जन-जन की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करना आपकी ड्यूटी है। मैंने यह भी कहा है कि अगर किसी ने मुझे यह बात बोल दी कि इस अधिकारी ने मेरी बात नहीं सुनी तो उसका अंजाम भी उसे भुगतना पड़ेगा।

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