भाजपा नेता माधवी लता ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन कड़ी टक्कर देने के बाद भी वह हार गए माधवी लता ने देश भर में सुर्खियां बटोरी और और जीत का व्हाट्सएप प्रयास किया। हार के बाद उन्होंने कहा कि भाजपा एक पार्टी के रूप में जानती है कि सीधी लड़ाई कैसे लड़नी है। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि पांडव केवल सीधा युद्ध करना जानते थे लेकिन कौरव उसी काम को दूसरे तरीके से करना जानते थे, वे पीछे से वार करना जानते थे। पांडवों ने कुरुक्षेत्र का युद्ध तो जीत लिया लेकिन उन्होंने अपने सगे-संबंधियों को खो दिया। उन्होंने अपने पांच पांडवों को खो दिया, जो उनके अपने बच्चे हैं। माधवी लता ने कहा कि उन्होंने एक महान योद्धा अभिमन्यु को खो दिया। इसलिए इतिहास भी हमें बताता है कि सत्य और अन्याय के युद्ध के बीच सत्य को अपने सगे-संबंधियों की बलि देनी पड़ती है।
ढहा नहीं पाई ओवैसी का किला
माधवी लता हिंदू के फायर ब्रांड नेता के तौर पर हैदराबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही थे। उन्होंने मीडिया में सुर्खियां भी खूब बटोरी लेकिन ओवैसी को वह हराने में कामयाब नहीं हो पाई। ओवैसी ने हैदराबाद लोकसभा सीट से माधवी लता को 3,38000 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया। गौरतलब है कि हैदराबाद असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ है और वे यहां से लगातार जीतते रहे हैं। कल जब चुनाव परिणाम आए तो शुरुआत में ओवैसी पीछे हुए, लेकिन एक बार उन्होंने जो लीड बनाई तो पीछे मुड़कर नहीं देखा और शानदार जीत दर्ज कर ली।