More
    HomeHindi Newsबाल विवाह के खिलाफ उठाई आवाज,फिर 12वी में टॉप कर दिया मुहतोड़...

    बाल विवाह के खिलाफ उठाई आवाज,फिर 12वी में टॉप कर दिया मुहतोड़ जवाब

    मुश्किलें कितनी भी हों लेकिन मन में संकल्प मजबूत है तो हर बढ़ाओ को पार कर व्यक्ति मंजिल तक पहुँच सकता है। ऐसी ही कहानी है आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के छोटे से गांव पेद्दा हरिवनम में रहने वाली निर्मला नाम की एक युवा लड़की की,जिसने बाधाओं के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और सफलता हासिल की।

    कहानी निर्मला की सफलता की

    निर्मला तीन बहनों वाले एक गरीब परिवार से आती है, और उसके परिवार के सदस्यों ने 10 वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद उसकी जल्दी शादी करने की कोशिश की। हालाँकि, निर्मला अपनी पढ़ाई जारी रखने और एक आईपीएस अधिकारी बनने का सपना देख रही थी। ऐसे में उसने अपने पिता के इस फैसले का विरोध किया और विधायक के पास मदद लेने पहुंच गई।

    विधायक ने की मदद

    अपने पिता की अनिच्छा और अपने गाँव में संसाधनों की कमी के बावजूद, निर्मला ने मामले को अपने हाथों में लिया और स्थानीय विधायक वाई साइमाप्रसाद रेड्डी से सहायता मांगी। विधायक रेड्डी ने हस्तक्षेप किया और निर्मला की शादी को रोका, फिर उसे असपारी में कस्तूरबा गांधी गर्ल्स स्कूल में प्रवेश दिलाने में सहायता की।

    बारहवीं ने किया टॉप

    निर्मला सफल होने के लिए दृढ़ थी, इसलिए उसने कड़ी मेहनत की और 12वीं कक्षा के पहले वर्ष में 440 में से 421 अंक यानी 95.7% अंक हासिल करके पूरे राज्य में टॉप करके इतिहास रच दिया। उनकी शैक्षणिक सफलता ने न केवल उनके परिवार और गांव को गौरवान्वित किया बल्कि उन्हें देश भर की लड़कियों के लिए एक आदर्श मॉडल बना दिया। निर्मला की कहानी इस बात का उदाहरण बन गई है कि कैसे दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से कठिन से कठिन चुनौतियों को भी पार किया जा सकता है।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments