प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अम्मान (जॉर्डन) में आयोजित भारत-जॉर्डन बिजनेस मीट को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति और जॉर्डन के साथ मिलकर काम करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद अपार संभावनाओं को रेखांकित किया।
भारत की अर्थव्यवस्था और व्यापार
- पीएम मोदी ने बताया कि भारत आज तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से बढ़ रहा है और भारत की ग्रोथ रेट 8% से ऊपर है। उन्होंने कहा कि यह उत्पादकता संचालित, शासन और नवाचार संचालित नीतियों का नतीजा है।
- उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत आज जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। उन्होंने कहा, “हम यहां सिर्फ़ नंबर्स गिनने नहीं, बल्कि एक लंबा रिश्ता बनाने आए हैं।”
- पीएम मोदी ने ऐतिहासिक व्यापारिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब गुजरात से यूरोप तक पेट्रा के रास्ते व्यापार होता था। उन्होंने आह्वान किया कि हमें अपनी भविष्य की खुशहाली के लिए अपने पुराने रिश्तों को फिर से ज़िंदा करना होगा।
सहयोग के लिए प्रमुख क्षेत्र
प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय निवेश और सहयोग की वकालत की:
- उन्होंने कहा कि क्लीन एनर्जी अब सिर्फ़ एक विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत है। भारत सौर, पवन, ग्रीन हाइड्रोजन और ऊर्जा भंडारण में एक बड़े निवेशक के तौर पर भूमिका निभा रहा है।
- भारत आज किफायती EV, दोपहिया और CNG मोबिलिटी सॉल्यूशन देने वाला दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। इस क्षेत्र में मिलकर काम करने की अपार संभावनाएं हैं।
- पीएम ने कहा कि हेल्थकेयर एक रणनीतिक प्राथमिकता है। यदि भारतीय कंपनियां जॉर्डन में दवाएं और चिकित्सा उपकरण बनाती हैं, तो जॉर्डन पश्चिम एशिया और अफ्रीका के लिए एक भरोसेमंद हब बन सकता है।
- दोनों देश अपनी संस्कृति और विरासत पर बहुत गर्व करते हैं। निवेशकों को विरासत और सांस्कृतिक पर्यटन के लिए इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
- पीएम मोदी ने भारत में होने वाली अगली ‘WAVE’ समिट में जॉर्डन से एक बड़े प्रतिनिधिमंडल की अपेक्षा व्यक्त की।


