भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने देश के दो प्रमुख क्रिकेटरों विराट कोहली और रोहित शर्मा को साफ संदेश दिया है कि अगर वे वनडे टीम में अपनी जगह बरकरार रखना चाहते हैं, तो उन्हें अनिवार्य रूप से घरेलू वनडे टूर्नामेंटों में हिस्सा लेना होगा। चूँकि दोनों खिलाड़ी अब टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं और केवल वनडे प्रारूप में सक्रिय हैं, बोर्ड चाहता है कि वे घरेलू क्रिकेट के माध्यम से अपनी मैच फिटनेस और फॉर्म बनाए रखें।
विजय हजारे ट्रॉफी से हो सकती है वापसी
घरेलू क्रिकेट में उनकी वापसी के लिए पहला कदम 24 दिसंबर को होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी (घरेलू वनडे टूर्नामेंट) मैच के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) को सूचित कर दिया है कि वह विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उपलब्ध रहेंगे। वह सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले सकते हैं। विराट कोहली की उपलब्धता को लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है, हालांकि बोर्ड उन्हें जल्द घरेलू सर्किट में देखने की उम्मीद कर रहा है।
बोर्ड और चयन समिति का रुख
बीसीसीआई और टीम प्रबंधन दोनों ने इस आवश्यकता पर जोर दिया है। बीसीसीआई अधिकारी ने साफ कर दिया है कि “अगर उन्हें भारत के लिए खेलना है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। चूँकि उन्होंने दो प्रारूपों से संन्यास ले लिया है, इसलिए फिटनेस और लय बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है।”
- चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने भी कहा था कि “जब भी खिलाड़ी उपलब्ध हों, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। यही तरीका है खुद को शार्प रखने का, खासकर जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लंबा ब्रेक हो।”
2027 विश्व कप की रणनीतिक सोच
हालांकि, अजीत अगरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि कोहली और रोहित किसी ट्रायल पर नहीं हैं। अगरकर ने कहा, “अगले विश्व कप (2027) तक बहुत समय है। अगर वे एक प्रारूप खेल रहे हैं और लंबे ब्रेक के बाद घरेलू मैच खेलते हैं, तो हम उनकी स्थिति का आकलन करते रहेंगे।” बीसीसीआई की यह पहल अनुभव और फॉर्म के बीच संतुलन बनाने की दिशा में एक कदम है, और यह युवा खिलाड़ियों के लिए भी संदेश है कि टीम में जगह प्रदर्शन पर निर्भर करेगी।


