अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुए एक बड़े शांति समझौते के बाद, इजरायल और हमास के बीच दो साल से चल रहे गाजा युद्ध के समाप्त होने की उम्मीदें जगी हैं। इस समझौते के तहत महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं:
बंधकों और कैदियों की अदला-बदली:
- हमास की रिहाई: समझौते के पहले चरण में, हमास आज (सोमवार) दोपहर तक 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा करने पर सहमत हो गया है। हमास की सैन्य शाखा ने इन 20 लोगों के नामों की सूची भी जारी की है। हालांकि, माना जा रहा है कि 28 मृत बंधकों के शवों की वापसी में कुछ देरी हो सकती है। इससे पहले, हमास 7 बंधकों को रिहा कर चुका है।
- इजरायल की रिहाई: बंधकों की रिहाई के बदले में, इजरायल करीब 2000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनमें आजीवन कारावास की सजा काट रहे 250 कैदी और युद्ध के दौरान गाजा से पकड़े गए 1,700 लोग शामिल हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का दौरा और संबोधन:
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने इस शांति योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, स्वयं मध्य पूर्व पहुंचे हैं।
- वह तेल अवीव में हैं और इजरायली संसद (नेसेट) को संबोधित करेंगे। यह दौरा युद्धविराम कराने के बाद उनका पहला इजरायल दौरा है।
- ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर यह घोषणा करते हुए कहा कि दोनों पक्ष शांति योजना के पहले चरण पर सहमत हो गए हैं, जो ‘एक मजबूत, स्थायी और शाश्वत शांति’ की ओर पहला कदम है।
- मिस्र के शर्म अल शेख में आयोजित एक शांति सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के शीर्ष नेता भी शामिल हो रहे हैं, जहां ट्रंप सह-अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान इजरायल और हमास के समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
समझौते का उद्देश्य:
यह समझौता गाजा में तनाव को कम करने, स्थायी शांति स्थापित करने और क्षेत्र में मानवीय राहत प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है। कैदियों की अदला-बदली के अलावा, समझौते में गाजा में मानवीय सहायता के लिए पांच प्रवेश द्वार खोलने का प्रावधान भी शामिल है। तेल अवीव में बंधकों के परिवारों और समर्थकों में अपने प्रियजनों की संभावित वापसी को लेकर जश्न का माहौल है।