उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बरेली कॉलेज मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पिछली सरकारों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले राज्य में नौकरियों की ‘डकैती’ होती थी और ‘चाचा-बबुआ’ (अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव का जिक्र) मिलकर युवाओं से वसूली करते थे। सीएम योगी ने जब अच्छी सरकार आती है तो विकास और समृद्धि साथ लेकर आती है। यह वही बरेली है, 2017 से पहले दंगाग्रस्त जनपद बन गया था। 2017 के बाद दंगा नहीं बल्कि आज नाथ कॉरिडोर से बरेली की पहचान बन गई है।
सीएम योगी ने कहा, “2017 से पहले जब हम नौजवानों को नौकरी देते थे, तो सिफारिशें आती थीं कि फलां चाचा का, फलां बबुआ का आदमी है, इसको नौकरी दे दो। तब नौकरी देने के नाम पर वसूली होती थी और यह एक तरह से युवाओं के सपनों की डकैती थी।”
योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पारदर्शी तरीके से भर्तियां की हैं और अब तक 6 लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। उन्होंने कहा, “अब कोई भी युवा अपनी योग्यता के दम पर नौकरी हासिल कर सकता है। हमने प्रदेश में जातिवाद और भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया है।”
सीएम ने यह भी बताया कि उनकी सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “हमने माफिया राज खत्म किया है और अब कोई भी माफिया किसी गरीब या युवा की जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता।”
बरेली में सीएम योगी के इस बयान को आगामी चुनावों से पहले सपा सरकार को घेरने की एक और कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने जनता से वादा किया कि उनकी सरकार युवाओं के लिए और भी रोजगार के अवसर पैदा करेगी और उत्तर प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाएगी।