अगस्त माह की पहली तारीख से कई नियमों में हुआ बदलाव लागू होगा। इनमें यूपीआई बैलेंस चेक, ऑटोपे लेनदेन की टाइमिंग, बैंकिंग संशोधन कानून, अमेरिकी टैरिफ के लागू होने सहित कई नियम शामिल हैं, जो आज से लागू हो रहे हैं।नए नियम लागू हो गए हैं, जिनका सीधा असर आम आदमी की जेब और दैनिक जीवन पर पड़ेगा। ये बदलाव मुख्य रूप से डिजिटल लेनदेन, बैंकिंग और कुछ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से जुड़े हैं। इन बदलावों का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली को और अधिक कुशल और सुरक्षित बनाना है, इसलिए इनके बारे में जानकारी रखना आपके लिए महत्वपूर्ण है।
यूपीआई से जुड़े प्रमुख बदलाव
- बैलेंस चेक की सीमा: अब आप एक दिन में केवल 50 बार ही यूपीआई ऐप्स के जरिए अपना बैंक बैलेंस चेक कर पाएंगे। यह नियम यूपीआई सिस्टम पर अनावश्यक दबाव को कम करने के लिए लाया गया है।
- ऑटो-पे लेनदेन का समय: म्यूचुअल फंड की SIP या किसी OTT सब्सक्रिप्शन जैसे ऑटो-पे लेनदेन अब व्यस्त समय (पीक आवर्स) में नहीं होंगे। ये अब दिन के कुछ खास समय स्लॉट में ही प्रोसेस होंगे।
- भुगतान की स्थिति जांच: यदि आपका कोई यूपीआई भुगतान विफल हो जाता है, तो आप उसकी स्थिति दिन में केवल तीन बार ही जांच सकते हैं। हर बार जांचने के बीच कम से कम 90 सेकंड का अंतर होना जरूरी है।
बैंकिंग और अन्य नियम:
- बैंकिंग संशोधन कानून, 2025: इस कानून के तहत बैंकिंग प्रशासन में सुधार, जमाकर्ताओं और निवेशकों की सुरक्षा बढ़ाने और सार्वजनिक बैंकों की लेखा-परीक्षा प्रणाली को मजबूत करने जैसे प्रावधान लागू हो गए हैं।
- अमेरिकी टैरिफ: अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले कुछ उत्पादों पर 25% का टैरिफ लागू कर दिया है, जिससे भारत से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले कुछ सामान महंगे हो सकते हैं।
- एलपीजी गैस की कीमतें: हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा होती है। 1 अगस्त से नई कीमतें लागू हो गई हैं, जिसका असर घरेलू और व्यावसायिक उपयोग दोनों पर पड़ेगा।