गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बना गंभीरा ब्रिज आज सुबह अचानक बीच से टूट गया, जिससे उस पर से गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे। इस दर्दनाक हादसे में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। बचाव कार्य जारी है और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
यह पुल वडोदरा के पादरा के पास स्थित था और करीब 45 साल पुराना बताया जा रहा है। मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाला यह पुल काफी व्यस्त रहता था। पुल ढहने के वक्त उस पर दो ट्रक, एक बोलेरो जीप और एक मोटरसाइकिल सहित कुछ वाहन गुजर रहे थे, जो सीधे नदी में समा गए। एक ट्रक पुल के किनारे से खतरनाक ढंग से लटका हुआ दिखाई दिया।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा राहत टीमें मौके पर पहुंच गईं। एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें भी बचाव अभियान में जुटी हैं। गोताखोरों की मदद से नदी में गिरे लोगों और वाहनों की तलाश की जा रही है। गुजरात में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश को पुल ढहने का एक संभावित कारण माना जा रहा है।
कांग्रेस ने ‘गुजरात मॉडल’ पर साधा निशाना:
इस हादसे के बाद कांग्रेस ने गुजरात सरकार और उसके ‘गुजरात मॉडल’ पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह हादसा ‘गुजरात मॉडल’ के नाम पर हुए जमकर भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट कर कहा कि “यह पुल ‘गुजरात मॉडल’ के विकास की पोल खोलता है। भ्रष्टाचार के कारण सैकड़ों लोगों की जान खतरे में है।” उन्होंने सरकार से घटना की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
यह घटना गुजरात में पुलों के रखरखाव और निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर जब राज्य में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।