आज, 14 जून 2025 को सुशांत सिंह राजपूत को इस दुनिया से गए हुए पूरे 5 साल हो गए हैं। उनकी आकस्मिक मौत ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था और तब से लेकर अब तक यह मामला लगातार चर्चा में रहा है। 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस की शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या बताया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उनकी मौत फांसी के कारण दम घुटने से हुई थी। बाद में, AIIMS के डॉक्टरों के एक पैनल ने भी अपनी रिपोर्ट में इसे आत्महत्या के रूप में पुष्ट किया और शरीर पर किसी भी तरह के संघर्ष या बाहरी चोट के निशान न होने की बात कही।
CBI जांच का क्या हुआ? सुशांत की मौत के बाद उनके परिवार और प्रशंसकों ने लगातार CBI जांच की मांग की थी। सुशांत के पिता ने उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर आत्महत्या के लिए उकसाने और पैसों की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए पटना में FIR दर्ज कराई थी। इसके बाद अगस्त 2020 में यह मामला CBI को सौंप दिया गया। CBI ने विभिन्न शहरों में व्यापक जांच की, जिसमें कई लोगों से पूछताछ की गई और फोरेंसिक जांच भी की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पैसों की गड़बड़ी के आरोपों की जांच की, जबकि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने ड्रग्स एंगल से जांच की, जिसके तहत रिया चक्रवर्ती को कुछ समय के लिए जेल भी जाना पड़ा था।
कई सालों की जांच के बाद CBI ने मार्च 2025 में मुंबई कोर्ट में अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इस रिपोर्ट में CBI ने कहा है कि उन्हें सुशांत सिंह राजपूत की हत्या का कोई सबूत नहीं मिला है। CBI ने स्पष्ट किया है कि सुशांत की मौत आत्महत्या का ही मामला है और उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने का कोई सबूत नहीं मिला है। इस क्लोजर रिपोर्ट के बाद रिया चक्रवर्ती को भी CBI से क्लीन चिट मिल गई है। ED और NCB की जांच में भी रिया चक्रवर्ती पर लगाए गए बड़े आरोप साबित नहीं हुए हैं। हालांकि सुशांत सिंह राजपूत के कुछ प्रशंसक और परिवार के कुछ सदस्य आज भी इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि उन्होंने आत्महत्या की थी और वे न्याय की मांग करते रहते हैं।