देश के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। 7 जून 2025 को भी अधिकांश मैदानी इलाकों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है। उत्तर भारत के कई राज्यों, खासकर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गंभीर लू (हीटवेव) की स्थिति बनी रहेगी।
उत्तर भारत: इन राज्यों में आसमान साफ रहेगा और धूप तेज होगी। दिन के समय गर्म हवाएं चलेंगी, जिससे अधिकतम तापमान 42 से 46 डिग्री सेल्सियस या उससे भी अधिक तक पहुंच सकता है। रातें भी गर्म रहेंगी। दिल्ली-एनसीआर में भी इसी तरह का मौसम रहने की उम्मीद है, जहां तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना रहेगा।
पूर्वी भारत: बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी गर्मी का असर दिखेगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन तापमान अधिक बना रहेगा। उमस भी लोगों को परेशान करेगी।
पश्चिमी भारत: गुजरात और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में भी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मुंबई जैसे तटीय इलाकों में, हालांकि अधिकतम तापमान बहुत अधिक नहीं होगा (लगभग 31 डिग्री सेल्सियस), लेकिन उच्च आर्द्रता के कारण “फील्स लाइक” तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक महसूस हो सकता है, जिससे उमस भरी गर्मी परेशान करेगी।
दक्षिण भारत: दक्षिणी राज्यों में मॉनसून की प्रगति के साथ कुछ राहत मिल सकती है। केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। हालांकि, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के आंतरिक इलाकों में अभी भी गर्मी और उमस बनी रहेगी।
पूर्वोत्तर भारत: पूर्वोत्तर राज्यों में प्री-मॉनसून गतिविधियां जारी रहेंगी और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे तापमान अपेक्षाकृत कम रहेगा।
लू से बचने ये उपाय करें
मौसम विभाग ने लोगों को गर्मी से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है। दिन के समय बाहर निकलने से बचें, पर्याप्त पानी पिएं, हल्के सूती कपड़े पहनें और सिर को ढक कर रखें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। अगले कुछ दिनों तक देश के बड़े हिस्से में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम ही है, जब तक कि मॉनसून सक्रिय रूप से आगे न बढ़ जाए।