1975 में रिलीज़ हुई फिल्म जय संतोषी मां ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता हासिल की थी, लेकिन इस फिल्म से जुड़ी कुछ दुखद घटनाएं भी सामने आई हैं, जिनके कारण इसे अभिशप्त फिल्म भी कहा जाने लगा। फिल्म की नायिका और निर्माता दोनों का दुखद अंत हुआ। हालांकि यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर बनी हुई है और आज भी इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता बरकरार है। इसका टाइटल सांग आज भी लोकप्रिय है।
फिल्म में संतोषी मां का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री अनीता गुहा को इस रोल के बाद देवी का दर्जा मिल गया था। लोग उन्हें असली देवी मानकर उनके पैर छूते थे और उनकी पूजा करते थे। कई जगहों पर तो लोग चप्पल उतारकर उनकी फिल्म देखने जाते थे। हालांकि बाद में उनके चेहरे पर कुछ बिगड़ गया और उन्होंने खुद को घर में बंद कर लिया। वे काफी समय से बीमार चल रही थीं और आखिरकार 2007 में कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया। कहा जाता है कि लोग उन्हें इतना पूजने लगे थे कि यह उनके लिए एक तरह का बोझ बन गया था।
निर्माता सतराम रोहरा का निधन
जुलाई 2024 में जय संतोषी मां के निर्माता सतराम रोहरा का भी 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। रोहरा ने इस फिल्म का निर्माण किया था, जिसने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की थी और यह उस समय की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक थी, जिसने शोले जैसी बड़ी फिल्म को भी टक्कर दी थी। सतराम रोहरा एक प्रसिद्ध गायक और निर्माता थे, जिन्होंने कई सफल सिंधी फिल्में भी बनाई थीं। इन दोनों प्रमुख हस्तियों का दुखद अंत, और खास तौर पर फिल्म की नायिका अनीता गुहा के साथ हुए घटनाक्रमों को कुछ लोग अभिशाप से जोडक़र देखते हैं।