More
    HomeHindi Newsचीन की फिर खुली पोल, बलूचों का हमला झेल नहीं पाया घटिया...

    चीन की फिर खुली पोल, बलूचों का हमला झेल नहीं पाया घटिया बख्तरबंद

    भारत ने जिस तरह चीन के हथियारों को नेस्तनाबूत किया है, उससे पूरी दुनिया वाकिफ हो चुकी है। वहीं पाकिस्तान भी इस बात को समझ चुका है कि चीन का माल घटिया ही होता है। एक बार फिर बलूचिस्तान में इसकी पोल खुल गई है। दरअसल पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए हालिया हमले ने एक बार फिर चीन की पोल खोल दी है। खबरों के अनुसार, इस हमले में बलूच विद्रोहियों ने बारूदी सुरंग का इस्तेमाल किया, जिससे पाकिस्तानी सेना का चीनी निर्मित बख्तरबंद वाहन डोंगफेंग मेंगशी तबाह हो गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वाहन के परखच्चे उड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में सवाल यह है कि बख्तरबंद वाहन बुलेटप्रूफ और मजबूत होते हैं, लेकिन चीन का ये घटिया बख्तरबंद किसी काम का नहीं दिख रहा है।

    बलूचिस्तान में चीन का भारी विरोध

    यह घटना ऐसे समय में हुई है जब चीन पाकिस्तान में अपने अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (ष्टक्कश्वष्ट) परियोजनाओं में भारी निवेश कर रहा है। बलूच राष्ट्रवादी समूह लंबे समय से इस क्षेत्र में चीन की उपस्थिति का विरोध कर रहे हैं, उनका आरोप है कि चीन और पाकिस्तान मिलकर बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहे हैं और स्थानीय लोगों को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है।

    आधुनिक बख्तबंद, चीन भी करता है इस्तेमाल

    डोंगफेंग मेंगशी बख्तरबंद वाहन चीनी सेना भी इस्तेमाल करती है और इसे आधुनिक माना जाता है। इस हमले में इस वाहन का बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होना चीन की सुरक्षा तकनीक और पाकिस्तान में चीनी हितों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करता है। यह घटना न केवल चीन के लिए एक झटका है, बल्कि पाकिस्तान के लिए भी चिंता का विषय है, जो पहले से ही बलूचिस्तान में बढ़ते अलगाववादी आंदोलन से जूझ रहा है। इस हमले के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि चीन और पाकिस्तान अपनी सुरक्षा रणनीति में क्या बदलाव करते हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। वहीं, बलूच विद्रोहियों के हौसले बुलंद होंगे और वे अपने हमलों को और तेज कर सकते हैं।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments