ऑपरेशन सिंदूर में बहावलपुर में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग गए हैं। इसमें 4 लोग उसके करीबी बताए जा रहे हैं। मसूद से जुड़े लोगों ने खुद इसका खुलासा किया है। आतंकी मसूद अजहर इससे बेहद दुखी नजर आया और उसने यह भी कहा कि इससे अच्छा होता कि मैं भी मर जाता। बताया जाता है कि उसी ठिकाने पर खूंखार आतंकी मसूद अजहर का परिवार रह रहा था।
मरकज सुब्हान अल्लाह को निशाना बनाया गया
सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय ‘मरकज सुब्हान अल्लाह’ को निशाना बनाया गया। इस परिसर में जैश प्रमुख मसूद अजहर का परिवार भी रहता था। खबरों के मुताबिक, इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 से 14 सदस्यों के मारे जाने की सूचना है, जिनमें उसकी पत्नी, बेटा और बहन भी शामिल बताए जा रहे हैं। यह परिसर जैश-ए-मोहम्मद का एक महत्वपूर्ण केंद्र था, जहाँ आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता था और भारत के खिलाफ हमलों की साजिशें रची जाती थीं। इस मदरसे के भीतर मसूद अजहर और उसके परिवार के अन्य सदस्य भी रहते थे।
जैश-ए-मोहम्मद के लिए बड़ा झटका
पाकिस्तानी मीडिया में भी इस हमले और मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि मसूद अजहर इस हमले में जीवित बचा है। बहरहाल, बहावलपुर में मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों की मौत, ऑपरेशन सिंदूर का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को एक बड़ा झटका दे सकता है। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है।