पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने अपनी तैयारियों और युद्धकालीन क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जबकि सीधे तौर पर पहलगाम के आसपास कोई विशेष सैन्य अभ्यास रिपोर्ट नहीं किया गया है, लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में वायुसेना की गतिविधियां तेज हो गई हैं। इससे पड़ोसी देश पाकिस्तान दहशत में आ गया है। पाकिस्तान भी अपनी तैयारियों में जुटा है, लेेकिन उसकी आर्थिक हालत इतनी नाजुक है कि वे युद्ध का खतरा उठाने से कांप रहा है।
मध्य सेक्टर में आक्रमण युद्धाभ्यास
भारतीय वायुसेना मध्य सेक्टर में आक्रमण नामक एक बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है। इस एक्सरसाइज में राफेल और सुखोई-30 जैसे लड़ाकू विमान शामिल हैं। वायुसेना ने इसे एक नियमित प्रशिक्षण अभ्यास बताया है, लेकिन पहलगाम हमले के बाद इसकी टाइमिंग काफी महत्वपूर्ण है। इस युद्धाभ्यास में फाइटर जेट कई जटिल ऑपरेशंस का अभ्यास कर रहे हैं, जिसकी निगरानी एयरफोर्स हेडक्वॉर्टर द्वारा की जा रही है। पायलटों को पहाड़ी और जमीनी लक्ष्यों पर हवाई हमलों का अभ्यास कराया जा रहा है, जिससे गहराई तक मार करने की क्षमता को मजबूत किया जा सके।
गंगा एक्सप्रेस-वे पर टेक-ऑफ और लैंडिंग अभ्यास
आज भारतीय वायुसेना ने उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे पर टेक-ऑफ और लैंडिंग का अभ्यास किया है। यह अभ्यास शाहजहांपुर के पास 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी पर किया जा रहा है। इस अभ्यास में राफेल, मिराज-2000, जगुआर, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29 और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस जैसे उन्नत विमान शामिल हैं। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध या राष्ट्रीय आपातकाल के समय वैकल्पिक रनवे के रूप में एक्सप्रेसवे की उपयोगिता का आकलन करना है। यह भारत का पहला एक्सप्रेस वे है, जिस पर रात में भी लड़ाकू विमान उतर सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस महत्वपूर्ण अभ्यास को देखने के लिए शाहजहांपुर में मौजूद हैं।
पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में गतिविधियां
पहलगाम हमले के बाद वायुसेना के कई एसेट्स को पूर्वी इलाके से भी युद्धाभ्यास में शामिल किया गया है। वायुसेना की पश्चिमी और पूर्वी कमान भी पूरी तरह से अलर्ट पर है।
अरब सागर में नौसेना का मिसाइल परीक्षण
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय नौसेना ने भी अरब सागर में मिसाइल परीक्षण किया है, जो देश की समग्र सुरक्षा तैयारियों को दर्शाता है। ये गतिविधियां स्पष्ट रूप से पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी हुई सतर्कता और किसी भी संभावित खतरे से निपटने की तैयारी को दर्शाती हैं। वायुसेना का गंगा एक्सप्रेस-वे पर अभ्यास नागरिक बुनियादी ढांचे को आपातकालीन स्थिति में उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये अभ्यास भारतीय वायुसेना की युद्धकालीन तैयारियों को और मजबूत करेगा और आपातकालीन स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे पर बनी यह हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है।