वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के विरोध पर जेपीसी के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि यह विरोध कहीं न कहीं किसी सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है। ईद में जिस तरह से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने काली पट्टी बांधकर विरोध करने के लिए कहा, उससे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पवित्र रमजान के महीने को भी इबादत की जगह सियासत बना दिया। उन्होंने कहा कि अगर राजनीति करनी है या विरोध करना है तो जंतर-मंतर पर जाकर कीजिए। लोगों को झूठ बोलकर गुमराह किया जा रहा है।
चर्चा के लिए तैयार
पाल ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू कह रहे हैं कि हम वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष के मंत्री सदन में आएं और चर्चा करें। खुद ही सरकार ने अध्यक्ष से आग्रह किया था कि इस बिल पर जेपीसी की बैठक हो। यह लोग कहीं न कहीं देश में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं। सरकार साफ कह रही है कि वक्फ के लिए एक बेहतर और पारदर्शी कानून लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि व्यवस्थाओं को ठीक करने का काम किया जा रहा है फिर भी देश में विरोध क्यों बढ़ रहा है?