प्रयागराज महाकुंभ-2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से होना है। इसके लिए आयोजन के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। अद्भुत, अकल्पनीय आयोजन के दौरान संगम की रेती पर चार गिनीज विश्व रिकॉर्ड बनेंगे। इसके माध्यम से पूरे विश्व को स्वच्छता एवं पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दिया जाएगा।
शिक्षण संस्थाओं के लिए शोध का विषय
तंबुओं की नगरी में श्रद्धालुओं की संख्या व भीड़ प्रबंधन पूरी दुनिया को अचंभित करती है तो शिक्षण संस्थाओं के लिए शोध का विषय भी है। दिव्यता व भव्यता के बीच मेला प्रशासन कई अनोखे रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। महाकुंभ-2019 में 3 विश्व रिकॉर्ड बने थे। दो रिकॉर्ड तो इसी महाकुंभ में टूट जाएंगे। वहीं दो नए रिकॉर्ड भी बनाए जाएंगे।
जरूरी प्रक्रिया के साथ तैयारी शुरू
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि स्वच्छ, स्वस्थ एवं सुरक्षित महाकुंभ का मूल लक्ष्य है। इसी को ध्यान में रखकर इस बार चार गिनीज बुक रिकॉर्ड बनाने की योजना है। कुंभ-2019 में भी तीन रिकॉर्ड बने थे। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया के साथ तैयारी शुरू कर दी गई है।
नए रिकॉर्ड भी बनाए जाएंगे
2025 प्रयागराज कुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में होने वाला है। इस बार 4.87 करोड़ रुपये में 04 रिकॉर्ड बनाने में होंगे। 15000 कर्मचारी अलग-अलग स्थानों पर एक साथ सफाई करेंगे। 10 किमी में नदी के किनारे सफाई अभियान चलाया जाएगा। 1000 ई-रिक्शा की परेड भी निकाली जाएगी। 10,000 लोग 08 घंटे अपने हाथों की छाप बनाएंगे तो 300 कर्मचारी नदी में एक साथ सफाई के लिए तैनात होंगे।