बांग्लादेश के हालात ठीक नहीं हैं और वहां हिंदुओं को प्रताडि़त किया जा रहा है। ऐसे में हमारे देश में भी अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा जोरशोर से उठ रहा है। दिल्ली में यह मामला गर्म है, क्योंकि वहां चुनाव हैं। लेकिन उप्र के लखनऊ में भी अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा चर्चाओं में है। इस बीच लखनऊ की मेयर मेयर सुषमा खर्कवाल ने बड़ा दावा कर दिया है। उनहोंने कहा कि उप्र की राजधानी लखनऊ में करीब दो लाख बांग्लादेशियों के होने की आशंका है। ये शहर में खाली भूखंडों पर अवैध रूप से झुग्गियों में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम की शुरुआती जांच में ऐसी 7335 झुग्गियों का पता चला है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को समय रहते नहीं रोका गया तो ये भविष्य में शहर के लिए खतरा बन जाएंगे। इसीलिए नगर निगम ने झुग्गियों में पहचान पत्र वैरिफिकेशन शुरू किया है। मेयर ने कहा कि जांच में मिले बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को जल्द ही प्रशासन की मदद से बाहर किया जाएगा।
नगर निगम की टीम पर किया था हमला
रविवार को बांग्लादेशियों ने जोन 7 में नगर निगम की टीम पर हमला किया था। अब वहां खाली प्लॉटों का सर्वे जारी है। इसकी रिपोर्ट प्रभारी मंत्री और डीएम को भेजी जाएगी। उसके बाद प्रशासन की मदद से बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बाहर किया जाएगा। मेयर ने कहा कि तीन दशक पहले कुछ बांग्लादेशी शहर में आए थे। अब इनकी संख्या दो लाख के आसपास हो गई है। ये लोग दिन में साफ-सफाई करते हैं और रात को चोरी करते हैं। चिनहट में हुई बैंक लूट में इनके नाम सामने आए थे। ये लोग लोकतंत्र के लिए खतरा हैं क्योंकि इनके फर्जी मतदाता पत्र बन रहे हैं।
कांग्रेस ने पूछा, लखनऊ तक कैसे पहुंचे पौने दो लाख बांग्लादेशी
कांग्रेस नेता व पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने चिंता जताते हुए मेयर सुषमा खर्कवाल से पूछा है कि लखनऊ में 2 लाख बांग्लादेशी कैसे पहुंच गए। केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकारें क्या बांग्लादेशियों को घुसपैठ करवाने में शामिल हैं? उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से भारत में दाखिल होने के बाद लखनऊ में इतनी बड़ी संख्या में घुसपैठ देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।