नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुई घटना पर कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार और रेलमंत्री बेशर्मी पर उतर आए हैं। मीडिया से वीडियो डिलीट कराए गए हैं। रेलमंत्री ने घटना के बाद मौत के आंकड़े छिपाने का प्रयास किया। रेलवे ने इस पर लीपापोती करने का प्रयास किया। सुप्रिया ने कहा कि स्टेशन में हर घंटे 1500 जनरल टिकट बिके। इसके बाद क्या व्यवस्था की गई। भीड़ को नियंत्रित करने के क्या एनाउंसमेंट की गई। ऐन वक्त पर प्लेटफार्म बदला गया जिससे भगदड़ मची। रेलमंत्री इसे मामूली घटना साबित करने में जुटे रहे। बजाय खुद जिम्मेदार लेने के, जनता को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
रेलवे ने शुरू की भगदड़ की जांच
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामले पर प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर, उत्तर रेलवे नरसिंह देव ने कहा कि हमने जांच शुरू कर दी है। हम सभी साक्ष्यों को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हमने सीसीटीवी फुटेज भी देखी है। हम प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लेंगे। हर तरह के साक्ष्यों की जांच करने के बाद एक जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी और प्रशासन को दी जाएगी।
सभी लोगों तक धनराशि पहुंचाई
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामले पर कहा कि हम सभी को इस दुर्घटना पर बहुत दुख और खेद है। इस हादसे में 18 लोगों की जान गई है। रेल मंत्री ने 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता सभी दिवंगत परिवारों को देने की घोषणा की है। लगभग सभी लोगों तक यह धनराशि वितरित हो गई है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। तथ्यों की जांच की जा रही है और शीघ्र ही जांच रिपोर्ट आ जाएगी।