पूर्व राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता दुष्यंत गौतम ने एक बयान दिया है जो तेजी से चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि आप भी चलाइए हेलिकॉप्टर जिसमें न मरें लोग, गारंटी देकर चलाइये। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं और सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर कहा कि जवाबदेही के बजाय यह बदज़ुबानी करने वाले बीजेपी महासचिव, उत्तराखंड प्रभारी व पूर्व राज्यसभा एमपी दुष्यंत गौतम हैं। उत्तराखंड में पिछले 6 हफ्तों में 5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुए हैं जिनमें 13 लोगों की दर्दनाक मौत हुई है।
कल ही हुई है दुघटना
गौतम का यह बयान ऐसे समय आया है जब कल ही हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में 6 लोगों की जान गई है, जिनमें सेना के अधिकारी और नागरिक शामिल हैं। उनकी टिप्पणी में एक अंतर्निहित चुनौती और सरकार तथा संबंधित अधिकारियों के प्रति एक अपेक्षा झलकती है कि वे ऐसी तकनीक और प्रोटोकॉल विकसित करें जो हेलीकॉप्टर यात्रा को पूरी तरह से सुरक्षित बना सकें। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दुनिया भर में हवाई यात्रा, विशेषकर हेलीकॉप्टर यात्रा में जोखिम हमेशा शामिल होते हैं, भले ही सुरक्षा उपायों को कितना भी मजबूत क्यों न किया जाए। तकनीकी खराबी, मौसम की स्थिति और मानवीय त्रुटि जैसे कारक दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। कुछ लोग इसे एक राजनीतिक बयान के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे हवाई सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण आह्वान मानते हैं। यह बयान निश्चित रूप से नागरिक उड्डयन प्राधिकरणों और विमानन उद्योग के लिए एक विचारणीय विषय है कि वे सुरक्षा मानकों को कैसे और बेहतर कर सकते हैं ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को न्यूनतम किया जा सके।