वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 के चक्र में आठ टेस्ट मैचों में तीन हार झेलने के बाद भारतीय टीम की WTC फाइनल में पहुंचने की राह काफी मुश्किल हो गई है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से घरेलू टेस्ट में मिली हार के बाद टीम इंडिया अंक तालिका में चौथे स्थान पर खिसक गई है, जिसका पॉइंट प्रतिशत (PCT) अभी 54.17% है।
पिछले WTC चक्रों के इतिहास को देखें तो फाइनल में पहुंचने वाली टीमों का PCT आमतौर पर 64% से 68% के बीच रहा है। ऐसे में भारत को बचे हुए मैचों में लगभग हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।
🤔 भारत को कितनी जीत की जरूरत?
टीम इंडिया को इस चक्र में कुल 18 टेस्ट खेलने हैं, जिनमें से 8 वह खेल चुकी है। अब उसके सामने 10 महत्वपूर्ण मुकाबले बाकी हैं।
- कम से कम 7 जीत: फाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए भारत को शेष 10 में से कम से कम 7 मैच जीतने होंगे (कुछ ड्रॉ के साथ)। इस स्थिति में भारत का PCT लगभग 64-65% के आसपास पहुंचेगा, जो क्वालिफिकेशन के लिए पर्याप्त हो सकता है।
- 8 जीत: यह स्थिति लगभग पक्की गारंटी देगी। 8 जीत के साथ भारत का PCT 68.52% तक पहुंच जाएगा।
उदाहरण के लिए समीकरण:
7 जीत + 1 ड्रॉ + 2 हार = 140 अंक। 216 में से यह 64.81% PCT होगा, जो क्वालिफिकेशन ज़ोन में माना जाता है।
🗓️ भारत के बचे हुए 10 टेस्ट:
भारत के लिए आने वाले 10 मैच बेहद चुनौतीपूर्ण हैं और इनमें गलती की गुंजाइश नहीं है:
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ (घरेलू): 1 टेस्ट (गुवाहाटी)
- श्रीलंका दौरा (बाहर): 2 टेस्ट
- न्यूजीलैंड दौरा (बाहर): 2 टेस्ट
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (घरेलू): 5 टेस्ट (यह सीरीज WTC की किस्मत तय करेगी, यहां क्लीन स्वीप लगभग अनिवार्य है)
WTC फाइनल में जगह बनाने के लिए, शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम को अब घर में लगभग सब कुछ जीतना होगा और विदेशी दौरों पर कम से कम बराबरी करनी होगी।


