कश्मीर घाटी में गैर स्थानीय मजदूरों पर एक और आतंकी हमला हुआ है। मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में मागाम के माजहामा में जल जीवन परियोजना पर काम कर रहे उप्र के दो मजदूरों को गोली मार दी गई। दोनों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि दोनों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के सुफियान और मोहम्मद उस्मान मजदूरों की हालत खतरे से बाहर है। दोनों घायलों को एसडीएच मागाम से स्किम्स बेमिना रेफर कर दिया गया है। शनिवार सुबह श्रीनगर के खानयार में आतंकियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। बांदीपोरा-पन्हार समेत अन्य इलाकों में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। वहीं जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकियों को मारो मत, बल्कि उन्हें पकड़ो। इस पर अब विवाद गहरा गया है। बीजेपी ने उनके इस बयान की निंदा की है।
पूछा जाना चाहिए कि उनके पीछे कौन है
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। कैसे यहां सरकार बन गई है और ये हो रहा है। मुझे तो शक है कि यह वो लोग तो नहीं कर रहे हैं, जो इस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं? ये पहले क्यों नहीं हो रहा था? यह सब एक संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे पकड़े जाते हैं तो हमें पता चल जाएगा कि यह कौन कर रहा है। इसलिए उन्हें नहीं मारा जाना चाहिए, उन्हें पकड़ा जाना चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि इस सबके पीछे कौन है। हमें जांच करनी चाहिए कि क्या कोई एजेंसी है जो उमर अब्दुल्ला को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।
पाकिस्तान से आतंकी आ रहे हैं, तो क्यों नहीं रोक रहे : ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उपराज्यपाल के पास है और अगर वहां आतंकी हमले हो रहे हैं तो भाजपा को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पाकिस्तान से आतंकी आ रहे हैं, तो आप उन्हें क्यों नहीं रोक रहे हैं? मोदी सरकार क्या कर रही है? उन्हें रोकना, उन्हें गिरफ्तार करना सरकार की जिम्मेदारी है। यह मोदी सरकार की नाकामी है कि वे आतंकियों को रोक नहीं पा रहे हैं।