देश के बड़े हिस्से में सर्दी ने अपनी रफ़्तार तेज़ कर दी है। पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में गलन बढ़ गई है, जबकि पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे पूर्वी राज्यों में भी शीतलहर (कोल्ड वेव) का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग (IMD) ने लोगों को इस बढ़ती ठंड के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी है।
पहाड़ों में कड़ाके की ठंड और पारा शून्य से नीचे
- जम्मू-कश्मीर: कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड जारी है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 1.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जबकि पहलगाम में यह माइनस 3.8 डिग्री और गुलमर्ग में माइनस 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- हिमाचल प्रदेश: प्रदेश में सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ गई है। राज्य के 11 स्थानों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
- सबसे ठंडा स्थान: लाहौल और स्पीति जिले के ताबो में न्यूनतम तापमान माइनस 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
- अन्य स्थान: कुकुमसेरी में माइनस 4.1 डिग्री और केलांग में माइनस 3.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
- ऊंचाई वाले इलाकों में पानी की पाइपें जमने की खबरें भी सामने आ रही हैं।
- मौसम पूर्वानुमान: मौसम विभाग ने 20 नवंबर तक पहाड़ी राज्यों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है, जिससे दिन में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन सुबह-शाम गलन जारी रहेगी।
बंगाल और झारखंड में शीतलहर का अलर्ट
पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पूर्वी भारत के मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है:
- झारखंड: IMD ने राज्य के 11 जिलों (रांची, गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रामगढ़ और हजारीबाग) में 17 नवंबर तक शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। यहाँ न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने का अनुमान है।
- पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री कम दर्ज हो रहा है। दार्जिलिंग (8.2 डिग्री) राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जबकि कोलकाता में पारा 17.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। राज्य के कई इलाकों में सुबह हल्की से मध्यम धुंध छाने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों ने संकेत दिया है कि अगले कुछ दिनों में देश के बड़े हिस्से में न्यूनतम तापमान में और गिरावट होगी, जिससे ठंड और बढ़ जाएगी।


