भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच इस साल नवंबर माह में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जानी हैं। यह टेस्ट सीरीज 5 मैचों की होगी और यह सीरीज कहीं ना कहीं निर्धारित करेगी कि भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचेगा या नहीं, या फिर ऑस्ट्रेलिया बाजी मारेगी बहुत कुछ निर्भर इसी सीरीज पर करेगा।
लेकिन उससे पहले हम आपको वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में दोनों टीमों के पहुंचने का पूरा समीकरण बता देते हैं कि किस तरीके से एक बार फिर से इन दोनों टीमों के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला लॉर्ड्स के मैदान पर हो सकता है।
WTC फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को जीतने होंगे कम से कम पांच टेस्ट मैच
भारतीय टीम की अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में मौजूद अंक तालिका की बात की जाए तो भारत इस वक्त 66 अंकों के साथ पहले स्थान पर मौजूद है। तो वहीं ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है। भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले कुल मिलाकर 10 टेस्ट मैच खेलने हैं अगर भारत की टीम इन 10 टेस्ट मैचों में से कम से कम पांच टेस्ट में जीत लेती है तो लगभग भारतीय टीम फाइनल में अपनी जगह बना लेगी।
भारतीय टीम को सबसे पहले होम सीजन में बांग्लादेश के खिलाफ 2 उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैच खेलने हैं और भारत को यह पांचों टेस्ट मैच घरेलू सरजमीं पर खेलना है। ऐसे में भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर हरा पाना बेहद मुश्किल रहता है। अगर भारत इन पांच टेस्ट मैच में से कम से कम 4 मुकाबले में जीत दर्ज कर लेता है और एक ड्रॉ मुकाबला होता है तो भारतीय टीम के लिए काफी अच्छा होगा। फिर भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैच में से सिर्फ एक या दो टेस्ट मैच ही जीतने होंगे और भारतीय टीम फाइनल में अपनी जगह बना लेगी।
वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम के साथ भी इसी तरीके का सिनेरियो सामने आ रहा है। ऑस्ट्रेलिया को भी लगभग इतने ही टेस्ट मैच जीतने हैं। अगर ऐसा हो जाता है तो फिर एक बार फिर से भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला देखने मिल सकता है।