कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में चुनाव आयोग पर चुनाव में धांधली करने और भाजपा के साथ मिलकर काम करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उनके पास इस बात के “परमाणु बम” जैसे सबूत हैं। चुनाव आयोग ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव को लूटा है। उन्होंने हरियाणा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि आखरी समय में चुनाव का टर्नआउट बढ़ जाता है। राहुल गांधी के आरोपों के बाद, चुनाव आयोग ने उन पर पलटवार किया है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा है कि राहुल गांधी को उनके आरोपों पर चर्चा करने के लिए दो महीने पहले बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। चुनाव आयोग ने कहा कि राहुल गांधी के आरोप निराधार हैं और ईवीएम मशीनें पूरी तरह सुरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से पूछा है कि अगर उनके पास सबूत हैं तो वे चुनाव के बाद ही क्यों सामने आते हैं।
इस मामले में बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा है कि राहुल गांधी हारने के बाद हमेशा चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं और यह लोकतंत्र पर हमला है। वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया है और चुनाव आयोग से इस मामले पर स्पष्टीकरण देने की मांग की है।
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